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अस्पतालों व प्रसूति केंद्रों पर नजरदारी
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से बच्चा चोरी की घटना से सबक लेते हुए भी महानगर में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है़ बुधवार को निगम के मेयर परिषद के सदस्य (स्वास्थ्य) अतिन घोष ने बताया कि निगम ने घटना से सबक लेते हुए प्रसूति […]
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से बच्चा चोरी की घटना से सबक लेते हुए भी महानगर में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है़
बुधवार को निगम के मेयर परिषद के सदस्य (स्वास्थ्य) अतिन घोष ने बताया कि निगम ने घटना से सबक लेते हुए प्रसूति केंद्रों की निगरामी को बढ़ाने का निर्णय लिया है. प्रसूति केंद्रों की निगरानी के लिए एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया जायेगा़ श्री घोष के अनुसार निगम के प्रसूति केंद्रों पर अधिकतर स्थानीय लोगों का आना जाना होता है औैर इनकी संख्या भी कम होती है, इसलिए बच्चा चोरी जैसी घटना की संभावना नहीं रहती है़
इन केंद्रों पर किसी बाहरी व्यक्ति व बिना कारण किसी का प्रवेश वर्जित होता है़ श्री घोष के अनुसार अभी तक निगम के किसी प्रसूति केंद्र से बच्चे चोरी होने की घटना सामने नहीं आयी है़ निगम ने अपने दो प्रसूति केंद्रों गार्डेनरीच व खिदिरपुर को उन्नत बनाने का निर्णय लिया है़ इसके तहत वहां चिकित्सकीय सुविधाएं व सुरक्षा व्यवस्थाएं बढ़ायी जायेंगी़ इन दोनों प्रसूति केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे ताकि अवांछित गतिविधियों पर निगरानी की जा सके़
हावड़ा के अस्पताल नहीं ले रहे सबक
प्रसूता व शिशु विभाग में बेधड़क आना-जाना जारी
हावड़ा़ कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दिनदहाड़े बच्चा चोरी की घटना ने पूरे राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था व वहां की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है. इतनी बड़ी घटना के बाद भी हावड़ा जिले के अस्पतालों ने कोई सबक नहीं लिया है. बुधवार को हावड़ा जिले के अस्पतालों के प्रसूता व शिशु विभाग में अनजान लोगों का आना-जाना लगा रहा.
हावड़ा जिला जनरल अस्पताल, उलबेड़िया महकमा अस्पताल, बेलूड़ स्टेट जनरल अस्पताल व टीएल जयसवाल अस्पताल में प्रसूता विभाग के अंदर बिना रोक-टोक के लोग आते-जाते रहे. यहां तक कि दिन के समय में भी पुरुषों का प्रसूता विभाग में आना-जाना लगा रहा. बच्चा चोरी का मामला सामने आने के बाद अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न उठ रहे है़ं हालांकि बच्चा चोरी का मामाला पहली बार नहीं हुआ है.
पहले भी ऐसे घटनाएं सामने आ चुकी है़ं हावड़ा के सरकारी अस्पतालों की हालत अच्छी नहीं है़ अस्पताल में काम कर रहीं आया व नर्सों के पास कोई आइ कार्ड नहीं है, जिस कारण कोई भी शिशु वार्ड में दाखिल हो सकता है़ हालाांकि अस्पतालों के प्रबंधन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उनका दावा है कि अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है़ं
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