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उद्योगपति पवन रुइया दिल्ली से गिरफ्तार

जेसप कारखाने में आग लगने व चोरी की घटना के सिलसिले में हुई गिरफ्तारी कोलकाता : उद्योगपति और रुइया समूह के चेयरमैन पवन रुइया को पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआइडी टीम ने शनिवार को नयी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर 24 परगना जिले के दमदम स्थित जेसप कारखाने में अग्निकांड व चोरी की […]

जेसप कारखाने में आग लगने व चोरी की घटना के सिलसिले में हुई गिरफ्तारी
कोलकाता : उद्योगपति और रुइया समूह के चेयरमैन पवन रुइया को पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआइडी टीम ने शनिवार को नयी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर 24 परगना जिले के दमदम स्थित जेसप कारखाने में अग्निकांड व चोरी की घटना के सिलसिले में रेलवे की शिकायत पर रुइया को नयी दिल्ली के सुंदरनगर इलाके के उनके आवास से गिरफ्तार किया गया.
सीआइडी टीम शनिवार रात में ट्रांजिट रिमांड पर रुइया को लेकर कोलकाता पहुंची. रविवार को बैरकपुर अदालत में रुइया को पेश किया जायेगा.सीआइडी अदालत से वारंट हासिल कर रुइया तक पहुंची. सीआइडी के डीआइजी डाॅ बीएल मीना ने पवन रुइया की गिरफ्तारी की जानकारी दी है.
क्या है मामला : इसी साल 10 और 17 अक्तूबर को दमदम के जेसप कारखाने में दो बार आग लगने की घटना हुई थी. यहां रेलवे का कोच बनता था. मामले में संदेह के आधार पर रेलवे की ओर से राज्य के मुख्य सचिव को एक पत्र भेजा गया. सूत्रों के अनुसार, रेलवे के पत्र में कहा गया था कि वर्ष 2009 से 2012 के बीच रेलवे ने जेसप को 50 करोड़ रुपये का कच्चा माल दिया. रेलवे की ओर से माल चोरी होने की आशंका जतायी गयी.
राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआइडी को सौंप दी. उसके बाद नयी दिल्ली से आयी रेलवे की छह सदस्यीय टीम व सीआइडी अधिकारियों ने संयुुक्त रूप से जेसप कारखाना परिसर का निरीक्षण किया. रेलवे ने जांच में दमदम फैक्टरी परिसर से कुछ माल कम पाये. इसके बाद ही दमदम थाने में आइपीसी की धारा 420, 406 और 409 के तहत मामले दर्ज किये गये. बाद में सीआइडी ने विशेष जांच दल का गठन किया.
उधर, अग्निकांड के सिलसिले में पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से आइपीसी की धारा 435, 436 और 120बी के तहत मामले दर्ज किये.
बार-बार नोटिस देने पर भी हाजिर नहीं हुए रुइया : मामले की जांच के लिए सीआइडी ने पवन रुइया को चार बार पूछताछ के लिए भवानी भवन स्थित सीआइडी मुख्यालय बुलाया. लेकिन वह हाजिर नहीं हुए. बाद में सीआइडी ने अदालत से रुइया की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी करने का आग्रह किया जिसे मंजूर कर लिया गया. सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी से पहले रुइया ने कलकत्ता हाइकोर्ट में अंतरिम जमानत की याचिका दायर की गयी थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था. गौरतलब है कि जेसप फैक्टरी में आग लगने की घटना के सिलसिले में आठ लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुुका है.
सीआइडी टीम ने बेहद नाटकीय अंदाज में उद्यमी और रुइया समूह के प्रमुख पवन रुइया को दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया. शनिवार को ही पवन रुइया का जन्मदिन था. जन्मदिन का जश्न मनाने के िलए उनके आवास को फूलों से सजाया गया था. केक वगैरह भी आ गया था. तभी घर पर सीआइडी की टीम आ धमकी. सीआइडी सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को रुइया के सुरक्षाकर्मियों ने परिचय देने के बावजूद घर में दाखिल होने से रोक दिया. मजबूर सीआइडी टीम को हथियार निकालने पड़े. इसके बाद ही सीआइडी टीम घर में दाखिल हुई. घर की पूरी तलाशी लेने के बावजूद पवन रुइया नहीं मिले.
लेकिन घर में एक कमरा बंद मिला. जब सीआइडी टीम ने इस कमरे के ताले की चाबी मांगी तो घरवालों ने कहा कि इसकी चाबी मौके पर नहीं है. इसके बाद सीआइडी टीम ने हथौड़े से ताला तोड़ने की कोशिश की. लगभग 45 मिनट की मशक्कत के बाद ताला टूटा और सीआइडी टीम कमरे में दाखिल हुई. इसी बीच रुइया ने बालकनी से कूदकर भागने की कोशिश की. लेकिन बाहर गेट पर तैनात सीआइडी के दो लोगों ने जब उन्हें चेतावनी दी तो रुइया ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया.
कौन हैं पवन रुइया
रुइया समूह के चेयरमैन होने के साथ पवन रुइया जेसप ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के मालिक भी हैं. चार्टर्ड अकाउंटेंट से उद्योगपति बने रुइया ने वर्ष 2003 में जेसप समूह में नियंत्रण हिस्सेदारी खरीदी थी.

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