कोलकाता: भोले-भाले निवेशकों के करोड़ों रुपये डकारने वाले सुदीप्त सेन की 50 कंपनियों को कोलकाता नगर निगम ने ट्रेड लाइसेंस जारी किये थे. नगर निगम के ट्रेड लाइसेंस लेकर सारधा समूह ने लाखों लोगों से ठगी की. मजे की बात है कि इन 50 कंपनियों में 42 के ट्रेड लाइसेंस एक ही पते पर जारी किये गये. 42 कंपनियों को 455, डायमंड हार्बर रोड, कोलकाता – 700034 के पते पर सुदीप्त सेन के नाम से ट्रेड लाइसेंस दिये गये.
कैसे हुआ खुलासा
नगर निगम से लाइसेंस लेकर सुदीप्त सेन लोगों से ठगी कर रहा था और निगम प्रशासन अनजान बना रहा.
यह मामला उस समय खुला, जब निगम के मासिक अधिवेशन में कांग्रेस पार्षद प्रकाश उपाध्याय के सवाल के जवाब में मेयर शोभन चटर्जी ने बताया कि सारधा ग्रुप की 50 कंपनियों को ट्रेड लाइसेंस जारी किये गये थे.
उपाध्याय ने यह मुद्दा उठाते हुए पूछा कि निगम प्रशासन खामोश क्यों रहा और कैसे एक ही पते पर एक ही व्यक्ति के नाम से इतनी बड़ी संख्या में ट्रेड लाइसेंस जारी किये गये. इस पर सफाई देते हुए मेयर ने दावा किया कि सुदीप्त सेन को सभी ट्रेड लाइसेंस वाम मोरचा के जमाने में जारी किये गये थे. हालांकि सुदीप्त सेन को जारी किये गये ट्रेड लाइसेंस की सूची से साफ पता चलता है कि इनमें से कई पिछले तीन वर्षो के दौरान यानी निगम में तृणमूल बोर्ड द्वारा जारी किये गये.
मेयर की सफाई
मेयर शोभन चटर्जी ने कहा कि एक ही पते पर और एक ही व्यक्ति के नाम से एक से अधिक लाइसेंस जारी करना गैरकानूनी नहीं है. हमारे पास ऐसा कोई नियम नहीं है, जिसके आधार पर किसी को एक से अधिक ट्रेड लाइसेंस न दिया जाये. अगर कोई वैध व्यवसाय के लिए वैध कागजात पेश करता है तो निगम उसे ट्रेड लाइसेंस जारी करने के लिए मजबूर है.