कोलकाता: आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि केंद्र के नोटबंदी के फैसले से समाज का हर वर्ग प्रभावित हुआ है. व्यवसाय व उद्योग जगत भी इससे अलग नहीं है. सबसे अधिक प्रभाव पर्यटन उद्योग पर पड़ा है, लेकिन जर्मन नेशनल टूरिस्ट ऑफिस (भारत) के निदेशक रोमित थियूफिलस का कहना है कि इतनी जल्दी इस बारे में कुछ कहना उचित नहीं होगा, पर हमें लगता है कि यूरोप भ्रमण करने वालों को नोटबंदी प्रभावित नहीं कर पायी है. नोटबंदी का असर स्थानीय पर्यटन को झेलना पड़ रहा है. रोमित थियूफिलस ने बताया कि स्वीजरलैंड आैर फ्रांस के बाद अब जर्मनी भारतीय पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
जनवरी से अगस्त 2016 तक 500432 भारतीय पर्यटक जर्मनी की सैर कर चुके हैं. हमें उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक जर्मनी जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या छह लाख तक पहुंच जायेगी. इनमें पश्चिम बंगाल समेत उत्तर-पूर्व के पर्यटकों की संख्या लगभग 15 प्रतिशत है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जर्मनी जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 4.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2030 तक दो मिलियन भारतीय पर्यटक जर्मनी की सैर को जायेंगे. उन्होंने बताया कि भारतीय पर्यटक जर्मनी में सबसे अधिक खर्च करने वालों की तालिका में चौथे स्थान पर हैं. संयुक्त अरब अमिरात, अमेरिका एवं चीन के लोग ही भारतीयों से अधिक खर्च करते हैं.
आमतौर पर एक भारतीय पर्यटक जर्मनी में कम से कम 2500 यूरो खर्च करता है. भारतीयों की अधिकतर रकम होटल, ऐतिहासिक स्थानों की सैर इत्यादि पर खर्च होती है. महानगर में आयोजित एक रोड शोर के दौरान रोमित थियूफिलस ने दावा किया कि स्वीटजरलैंड एवं पेरिस के मुकाबले जर्मनी में होटल काफी सस्ते हैं. पर उनका स्तर किसी भी तरह से स्वीटजरलैंड व पेरिस के होटलों से कम नहीं है.
जर्मनी में काफी भारतीय होटल भी हैं, इसलिए भारतीयों को खाने-पीने की भी दिक्कत नहीं होती है. जर्मनी में स्टेडियम टूरिज्म तेजी से पनप रहा है. इसके तहत पर्यटक विभिन्न स्टेडियमों व फुटबॉल क्लबों की सैर करते हैं आैर अपने पसंदीदा फुटबॉलर को प्रैक्टिस करते हुए देख पाते हैं. जर्मन नेशनल टूरिस्ट ऑफिस प्रत्येक दो वर्ष में इस रोड शो का आयोजन करता है आैर हर बार कोलकाता उनकी तालिका में शामिल रहता है. भारतीय पर्यटकों काे आकर्षित करने के लिए जर्मन नेशनल टूरिस्ट ऑफिस ने 2017 में अपना थीम महलों व पार्कों को बनाया है. रोमित थियूफिलस के अनुसार जर्मनी में काफी सारे महल व खुबसूरत पार्क हैं. इसके अलावा देश के दक्षिणी हिस्से का ब्लैक फोरेस्ट इलाका भी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है.