पुलिस ने शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. स्थानीय लोगों के मुताबिक, प्राथमिक तौर पर ऐसा लगता है कि तंत्र साधना के लिए महिला की बलि दी गयी है. शव के पास ही रक्तरंजित मिट्टी का पात्र, अगरबत्ती, फूल आदि रखे हुए थे. सिर को काटकर रक्त एक गड्ढे में जाकर गिरे इसके लिए गड्ढा भी खोदा गया था. लेकिन पुलिस सिर की तलाश नहीं कर सकी है.
पुलिस को आशंका है कि महिला की हत्या सांस रोक कर की गयी है या फिर उसे बेहोश किया गया. फिर उसका गला काटा गया. इसका कारण है कि महिला द्वारा आत्मरक्षा करने का कोई प्रमाण नहीं दिखा है. पुलिस जांच कर है कि महिला के साथ कोई अन्य शारीरिक अत्याचार तो नहीं हुआ. दूसरी ओर नंदीग्राम के मनचुक गांव में नदी की ओर जाने के रास्ते में झाड़ियों से बस्ते में बंद एक महिला का सिरविहीन शव पाया गया. यहां भी पुलिस सिर तलाश नहीं कर सकी. स्थानीय लोगों ने बस्ते से दुर्गंध आने के बाद पुलिस को इसकी सूचना दी थी. मृतका की उम्र करीब 20 वर्ष बतायी गयी है. पुलिस के मुताबिक वह स्थानीय महिला नहीं है. ऐसा लगता है कि अन्यत्र हत्या कर उसका शव वहां फेंका गया है. जिला पुलिस अधीक्षक आलोक राजौरिया ने बताया कि पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है.