उन्होंने बताया कि स्थायी अध्यक्ष नहीं होने के कारण टीचर इंचार्ज पर ही कॉलेज का दायित्व रहता है. यह व्यवस्था राज्य सरकार को पसंद नहीं है.
कॉलेज संचालन में स्थिरता लाने के लिए राज्य सरकार ने यहां स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि कई कॉलेजाें से शिकायतें आयी हैं कि स्थायी अध्यक्ष नहीं होने के कारण कई लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. कई कॉलेजों का संचालन भी अध्यक्ष के बिना अव्यवस्थित हो गया है, जिसे राज्य सरकार ठीक करना चाहती है.