प्राप्त जानकारी के अनुसार, गत श्वेता को तेज बुखार आने के बाद नैहाटी के स्टेट जनरल अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. डॉक्टर ने किशोरी की मौत का कारण अंदरूनी अंग खराब होना बताया है. दूसरी ओर किशोरी के पिता राजेश साधुकर का आरोप है कि अगर डॉक्टर समय पर जांच कर रोग के बारे में बता देते तो श्वेता को बचाया जा सकता था.
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की जांच के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. अस्पतालों में चिकित्सीय सेवाओं का जायजा लेने के लिए बुधवार को भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने कलकत्ता नेशनल मेडिकल हॉस्पिटल, पार्क सर्कस का दौरा किया और अस्पताल अधीक्षक से मुलाकात की. गौरतलब है कि भाजपा नेता जय बनर्जी के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधि कलकत्ता नेशनल मेडिकल हॉस्पिटल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर श्री बनर्जी ने कहा कि वह आनेवाले दिनों में महानगर के अन्य अस्पतालों का भी दौरा करेंगे और वहां की स्थिति का जायजा लेंगे. उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से डेंगू से पीड़ित रोगियों का सही प्रकार से इलाज करने की अपील की है.