तीसरे मोरचे के संभावित गठन और उसके नेता के सवाल पर उन्होंने कहा : अभी देश में कई नेता हैं, जो बेहतरीन काम कर रहे हैं. नीतीश कुमार इसमें सबसे अहम नाम है. उन्होंने खुद को इस मोरचे का ‘बैकबेंचर’ बताया. गौरतलब है कि इससे पहले एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी नीतीश कुमार को 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष एक संभावित साझा उम्मीदवार के रूप में आगे करने की वकालत की थी. वहीं, मंगलवार की देर शाम नीतीश कुमार की ममता बनर्जी से मुलाकात भी हुई.
सूत्रों के अनुसार दोनों की मीटिंग में तीसरे मोर्चे को आगे किस तरह बढ़ाएं, इस बारे में विस्तार से बात हुई. सूत्रों के अनुसार दोनों ने तय किया कि बड़े मुद्दों पर संसद के अंदर दोनों दल एक साथ मिलकर सरकार पर हमला बोलेंगे. बाद में नीतीश कुमार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मिलेंगे. बिहार चुनाव में जीत हासिल करने के बाद नीतीश कुमार मिशन 2019 के तहत बिहार के बाहर पैर पसारने और मित्र दलों को एक मंच पर लाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने संघ मुक्त भारत के तहत सभी गैर बीजेपी दलों को एक होने को कहा है. अभी फिलहाल नीतीश उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.