कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने राज्य के कांग्रेसी विधायकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी पहचान को बरकरार रखें. विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में श्री चौधरी ने विधायकों से कहा कि राज्य में कांग्रेस का वाममोरचा के साथ गंठबंधन है. संयुक्त रूप से आंदोलन करना होगा. विधानसभा के फ्लोर में भी समझौता करना होगा. लेकिन अपने अस्तित्व व पहचान की रक्षा करना सबसे जरूरी है. कांग्रेस का वामोकरण न हो जाये, यह ध्यान में रखना होगा. उन्होंने कहा कि जल्द ही राज्य की राजनीति में कांग्रेस एक बड़ी भूमिका निभायेगी.
इस संबंध में उन्होंने दिवंगत ज्योति बसु के कथन को भी याद दिलाया. उन्होंने कहा कि 1967 में ज्योति बसु जब विपक्ष के नेता थे, तब उनके साथ केवल आठ-10 विधायक ही थे. इसके बाद लगातार 34 वर्षों तक वाममोरचा ने राज्य में सत्ता संभाली. संख्या बड़ी बात नहीं होती, काम बड़ा होता है. कांग्रेस ऐसा ही क्यों नहीं कर सकती. लोगों के लिए काम करना होगा. लोगों के बीच पहुंचना होगा. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री कोई भी शिकायत नहीं सुनती.
इसके अलावा महंगाई के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठाने का भी उन्होंने आह्वान किया. श्री चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए नहीं प्रयास करेगी. वह सृजनात्मक आलोचना के पथ पर चलेंगे. आशा है कि सरकार की विरोधियों के साथ रहेगी. उन्हें अपनी बात कहने का मौका देगी और लोकतंत्र की रक्षा करेगी.