कोलकाता: ऑकलैंड जूट मिल में बमबाजी व गोलीबारी में विष्णु देव सिंह और विक्की सिंह की हत्या के आरोप में शुक्रवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों में दो प्रमोद सिंह के गुट के हैं, जबकि एक गुड्ड सिंह के गुट का है. प्रमोद सिंह और गुड्ड सिंह के बीच काफी दिनों से विवाद चला आ रहा था. आरोपियों में भरत सिंह व सूरज सिंह हैं.
बैरकपुर कमिश्नरेट के डीसी डीडी देवाशीष बेज ने बताया कि हत्या के सिलसिले में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपी प्रमोद सिंह व उसका भाई संजय सिंह सहित अन्य फरार है. विधायक के भतीजे को मारने की थी साजिश : भाटपाड़ा के विधायक अजरुन सिंह ने आकलैंड जूट मिल में तृणमूल की यूनियन की गठन को लेकर विवाद होने की घटना से इनकार किया. उन्होंने बताया कि प्रमोद सिंह के परिवार के साथ उनके परिवार का काफी पुराना विवाद चल आ रहा है. वो लोग माकपा के समर्थक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पुराना खानदानी विवाद को लेकर प्रमोद सिंह के परिवार के लोग गुरुवार को उनके भतीजे गुड्डू सिंह को मारने के लिए आये थे. मेघना मोड़ पर उसे मारने के लिए प्रमोद सिंह और परिवार के लोगों ने बम फेंका. बम लगने से उसे चोट आयी.
हमला के दौरान बम फेंकने के दौरान हाथ में ही बम फटने से विष्णु देव सिंह की मौत हुई थी, जबकि बम की चपेट में आने से वहां से गुजर रहे विक्की सिंह की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि प्रमोद सिंह के दल ने रात में उनके भतीजे को मारने के लिए फिर भाटपाड़ा के गोलघर अस्पताल के इमरजेंसी में भी हमला चलाया. उन्होंने चापड़ व गोली चला कर उसकी हत्या करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि उसकी स्थिति गंभीर है. उसे सॉल्टलेक के अपोलो अस्पताल में इलाज के लिए भरती किया गया है. घटना के विरोध में शनिवार शाम चार बजे आकलैंड जूट मिल से नदिया जूट मिल तक रैली निकाली जायेगी. घटना के बाद से इलाके में तनाव है.