उन्होंने राजनीतिक हिंसा की घटनाओं का आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगाया है. गुरुवार को वाममोरचा राज्य कमेटी की अहम बैठक हुई थी. बैठक में वाममोरचा में शामिल नहीं रहनेवाले अन्य कई दलों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे. बैठक के बाद सहमति बनी है कि राजनीतिक हिंसा की घटनाओं के खिलाफ वाममोरचा में शामिल वामपंथी दलों के अलावा कांग्रेस, आरजेडी व कुछ अन्य दल जिला स्तर पर विरोध करेंगे. राज्य के प्रत्येक जिलों में हिंसा का विरोध किया जायेगा.
लोकतंत्र की रक्षा के लिए हिंसा की घटनाओं का विरोध अहम है. भाजपा को छोड़ कर सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर आंदोलनरत होना जरूरी है. वाममोरचा के अभियान में शामिल होने के लिए अन्य वामपंथी दल यानी एसयूसीआइ और भाकपा (माले) सहित कुछ दलों के नेताओं से बातचीत की जा सकती है.