Advertisement
पलायन कर रहे छात्र
आइसीएसआइ की अध्यक्ष ने जताया दुख कोलकाता : पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में स्नातक छात्र कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई करानेवाले इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) की अध्यक्ष […]
आइसीएसआइ की अध्यक्ष ने जताया दुख
कोलकाता : पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में स्नातक छात्र कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई करानेवाले इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) की अध्यक्ष ममता बिनानी ने यह बात कही है. श्रीमती बिनानी ने मीडिया से कहा कि कई छात्र यहां स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद राज्य से बाहर जाने को मजबूर हो रहे हैं. ये छात्र कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं.
उन्होंने इसके लिए राज्य में रोजगार मिलने की कमजोर स्थिति को एकमात्र वजह बतायी. उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय स्तर पर 3.83 लाख छात्र कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से पूर्वी क्षेत्र में 46000 छात्र पंजीकृत हैं. यह संख्या देश के सभी क्षेत्रों में सबसे कम है. हालांकि श्रीमती बिनानी ने यह भी कहा कि पूर्वी क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति चारों क्षेत्रों में सबसे छोटी है. यही वजह है कि इस क्षेत्र में छात्र भी कम हैं. राज्य में कंपनी सचिव की पढ़ाई कर रहे छात्रों को यह भी परेशानी है कि वह रोजगार प्रशिक्षण ले सकें. राज्य में उन्हें इसमें कठिनाई होती है. रोजगार प्रशिक्षण लेना उनकी पढ़ाई का हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बेहतर कंपनी संचालन पर अधिक जोर दिये जाने के बाद कंपनी सचिव की पढ़ाई की मांग बढ़ी है. पूर्वी भारत में राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की दो पीठ खोली जानी हैं. एक कोलकाता में और दूसरी गुवाहटी में. ये न्यायाधिकरण मौजूदा कंपनी लॉ बोर्ड का स्थान लेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement