कोलकाता. मैं बिहार का रहने वाला हूं और मैंने देखा है कि हर चुनाव में चार-पांच लोग तो मरते ही मरते थे. यह सिलसिला बिहार में 40-50 साल चला. आज स्थिति बदली है. मुझे खुशी है कि आज चुनाव आयोग बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव कराता है. लेकिन आज का (मंगलवार) प्रभात खबर देख कर मैं दंग रह गया. भाजपा समर्थकों के बदन पर खौलता तेल डालने की खबर पढ़ कर मैं परेशान हूं. यह कहना है केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद का. वह कोलकाता प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि तृणमूल समर्थकों ने कुछ लोगों पर खौलता तेल डाल दिया है. चुनाव आयोग की सख्ती के बावजूद बंगाल में यह क्या हो रहा है? ममता बनर्जी बंगाल में परिवर्तन का दावा करती हैं. क्या यही परिवर्तन है? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग माकपा की छत्रछाया में चुनाव के दौरान हिंसा करते थे वही लोग अब तृणमूल के साये में हिंसा कर रहे हैं. मुझे लगता है कि ममता बनर्जी ने बंगाल में यह पहला परिवर्तन किया है. श्री प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने घटना की शिकायत चुनाव आयोग से की है.
एक उम्मीदवार का जवाब मुख्य सचिव द्वारा दिया जाना असंवैधानिक
इस दौरान श्री प्रसाद ने चुनाव आयोग द्वारा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नोटिस और उसका जवाब मुख्य सचिव द्वारा दिये जाने को असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि संविधान के 324 सेक्शन में यह साफ उल्लेख है कि चुनाव के दौरान राज्य के सभी सरकारी प्रशासनिक अधिकारी चुनाव आयोग के अधीन होते हैं. इस दौरान राज्य के मुख्य सचिव भी चुनाव आयोग के अधीन आते हैं. इसके बावजूद वे मुख्यमंत्री के नोटिस का जवाब चुनाव आयोग को देते हैं. लेकिन कुछ लोग ममता बनर्जी की इस गलती को भी सही ठहराने का प्रपंच रच रहे हैं. मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि आप को संविधान की बेसिक जानकारी भी नहीं है. बंगाल के लोग बुद्धिजीवी हैं और वह ममता बनर्जी के इस प्रपंच को अच्छी तरह से समझ रहे हैं. प्रसाद ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि आज चुनाव प्रचार के दौरान यदि मैं किसी कानून का उल्लंघन करता हूं तो नोटिस रविशंकर प्रसाद संचारमंत्रालयको आयेगा तो इसका जवाब मुझे या मेरी पार्टी को ही देना होगा,संचारमंत्रालयके सेक्रेटरी को नहीं. मेरा मानना है कि बंगाल की मुख्यमंत्री चुनाव आयोग को हल्के में ले रही हैं. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. भाजपा मुख्यमंत्री के इस व्यवहार का कड़े शब्दों ने निंदा करती है.
क्या है मामला
मालदा जिले के वैष्णवनगर थाना अंतर्गत राजनगर बाजार मोड़ में रविवार रात को खौलता तेल फेंके जाने से भाजपा समर्थक सुजय बोस (40) तथा धीरेन मंडल (43) गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया है. इस मामले को लेकर राजनगर इलाके के तृणमूल बूथ कमेटी के नेता सुजीत घोष तथा गाजी घोष सहित अन्य लोगों के खिलाफ वैष्णवनगर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. मंगलवार को प्रभात खबर ने इस समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया. भाजपा उम्मीदवार स्वाधीन सरकार ने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है. उनका कहना है कि मतदान खत्म होने के बाद रात दस बजे उनके समर्थकों पर तृणमूल के लोगों ने गर्म तेल उड़ेल दिया.