कोलकाता: दक्षिण 24 परगना के बरूईपुर में रविवार को लोगों के करोड़ों रुपये डकार कर डूब चुके सारधा ग्रुप के मालिक सुदीप्त सेन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों निवेशकों व एजेंटों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायीं. लाठीचार्ज में एक एजेंट का सिर फट गया. सुदीप्त सेन और उसके सहयोगी अरविंद सिंह चौहान की अदालत में पेशी के दौरान यह बवाल हुआ.
रविवार सुबह से ही एडिशनल चीफ ज्यूशियल मजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर निवेशक और एजेंट जमा हुए थे. कांग्रेस और भाजपा समर्थकों का हुजूम भी प्रदर्शन के लिए पहुंचा था. हंगामे की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की गयी थी. निवेशक सुदीप्त सेन के खिलाफ प्रदर्शन कर अपने पैसे वापस लौटाने की मांग कर रहे थे.
अदालत में पेशी के बाद जब पुलिस सुदीप्त और अरविंद को न्यूटाउन थाने ले जाने लगी उस समय निवेशक व एजेंट उग्र हो उठे. लोग सुदीप्त को उनके हवाले करने की मांग करने लगे. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कोर्ट के पिछले गेट से सुदीप्त व चौहान को लेकर निकल गयी.
सुदीप्त के चले जाने की सूचना ने आग में घी का काम काम किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग किसी भी सूरत में वहां से हटने का नाम नहीं ले रहे थे. तभी अचानक पुलिस व रैफ के जवानों ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया. लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. गौरतलब है कि सारधा चिट फंड कंपनी सबसे अधिक रकम की वसूली दुर्गापुर इलाके से करती थी. उसकी सूची में दूसरा नाम बरूईपुर का था. जहां से प्रत्येक महीने सुदीप्त सेन के खजाने में करोड़ों रुपये जमा होते थे.