सड़क किनारे कार को काफी देर से खड़ी देख साउथ ट्रैफिक गार्ड के सर्जेंट ने नॉक किया. कार के तीनों तरफ काला शीशी होने के कारण अंदर कुछ दिख नहीं रहा था. सामने के शीशे अंदर देखने पर चालक की सीट पर एक महिला अचेत पाया गया. उसके बायें हाथ की नस कटी हुई थी और शरीर से खून बह रहा था. इसकी खबर शेक्सपीयर सरनी थाने को दी गयी. इसके बाद महिला को बाहर निकाल कर उसे एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, थाने के पुलिस अधिकारियों ने जब उसका बयान लिया, तो वे स्तब्ध रह गये. क्योंकि वह महिला अपनी हालके के लिए जिम्मेवार कोलकाता पुलिस के एक थाना प्रभारी को ठहरा रही थी. उसने बयान में कहा कि वह पेशे से वकील है और साॅल्टलेक की रहनेवाली है. उसके पति डाॅक्टर हैं.
उसका कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी (थाना प्रभारी) के साथ काफी नजदीकी संबंध था. वह संबंध काफी गहरा हो गया था. इसके कारण उसके परिवार में अक्सर झमेला होता रहता था. पुलिस अधिकारी ने उससे विवाह का आश्वासन भी दिया था, लेकिन उससे संबंध बनाने के बाद विवाह से इनकार कर रहा था. गुरुवार को वह उस पुलिसवाले से मिलने उसके थाने में गयी थी. उस समय उसका उससे काफी झमेला हुआ. इसके कारण उसने यह कदम उठाया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित महिला के बयान के आधार पर विभागीय डीसी की तरफ से इसकी जांच शुरू कर दी गयी है. आरोप सच साबित होने पर कार्रवाई होगी.