कूचबिहार: तीन रेल यात्रियों की मौत के बाद आखिरकार रेल प्रशासन और राज्य सरकार की नींद खुली और मंगलवार को अलग कूचबिहार राज्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रेटर समर्थकों को रेल पटरियों से खदेड़ दिया गया. रेल रोको आंदोलन की वजह से स्थिति काफी भयावह हो गयी थी. ग्रेटर कूचबिहार समर्थक बड़ी संख्या में न्यू कूचबिहार स्टेशन तथा इसके आसपास जमे हुए थे. पूरे स्टेशन को एक तरह से ग्रेटर समर्थकों ने अपने कब्जे में ले लिया था. रेलवे पटरियों पर झंडा एवं बैनर लेकर सभी लोग बैठे हुए थे. चार दिनों से रेल सेवा ठप पड़ी थी.
इस रूट से ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है. इस बीच, रहीमा खातून नाम की एक और रेल यात्री की मौत हो गयी है. जीआरपी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृत महिला यात्री बिहार के छपरा जिले की रहने वाली थी. वह छपरा से गुवाहाटी जा रही थी. कई दिनों से रेल रोको आंदोलन की वजह से ट्रेन में फंसी हुई थी. सूत्रों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गयी. इस तरह से रेल रोको आंदोलन की वजह से अबतक तीन रेल यात्रियों की मौत हो चुकी है़ आंदोलन के चौथे दिन अचानक पुलिस की सक्रियता यहां बढ़ गयी.
दोपहर बाद स्टेशन परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है. इसके साथ ही बड़े पैमाने पर रैफ के जवान भी तैनात किये गये . उसके बाद रेल पटरियों पर बैठे आंदोलनकारियों को खदेड़ने की प्रक्रिया शुरू हो गयी. पिछले तीन दिनों तक यहां इतने बड़े पैमाने पर पुलिस बल की तैनाती नहीं की गयी थी. अपराह्न तीन बजे के बाद पहले आंदोलनकारियों को रेल पटरी खाली करने की चेतावनी दी गयी़ ग्रेटर समर्थकों पर इस चेतावनी का कोई असर नहीं पड़ा़ उसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग शुरू किया़ उसके बाद ही न्यू कूचबिहार स्टेशन रणक्षेत्र बन गया़.
ग्रेटरों (आंदोलनकारी) और पुलिस के बीच सीधी भिड़ंत हो गयी़ पुलिस के लाठीचार्ज के जवाब में ग्रेटर समर्थकों ने भी पुलिस पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया़ पुलिस वालों ने भी जमकर लाठियां चटकायीं और आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे़ दो दर्जन से अधिक ग्रेटर समर्थकों के घायल होने की खबर है़ करीब एक घंटे की कार्यवाही के बाद पुलिस ने रेल पटरियों से सभी आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया़ रेलवे लाइन को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है़ अगले चौबीस घंटें में इस रूट पर रेल यातायात सामान्य होने की संभावना है़.
इसबीच, इतनी देरी से पुलिस कार्यवाही शुरू करने को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. रेल यात्रियों के साथ ही राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अलग कूचबिहार राज्य की मांग को लेकर ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) द्वारा जारी रेल रोको आंदोलन की वजह से स्थिति बद से बदतर होती जा रही थी. चार दिनों से ग्रेटर समर्थक न्यू कूचबिहार रेलवे स्टेशन पर डटे हुए थे और न तो राज्य सरकार और न ही केंद्र सरकार इन सभी को रेलवे पटरियों से खदेड़ने की हिम्मत दिखा पा रही थी.
कूचबिहार के जिला शासक ने सोमवार की शाम को ग्रेटर नेताओं से बातचीत की थी, लेकिन इसका कोई हल निकल कर सामने नहीं आया . राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले दिनों में राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां ग्रेटर आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से बच रही थी. सिर्फ कूचबिहार ही नहीं, बल्कि अलीपुरद्वार एवं जलपाईगुड़ी में भी ग्रेटर समर्थकों की काफी संख्या है. अगर इन लोगों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई की जाती तो इसका सीधा असर विधानसभा चुनाव पर पड़ने की संभावना थी. संभवत: इसी वजह से राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस तथा केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार कार्रवाई करने से बच रही थी. लगातार तीन रेल यात्रियों की मौत के बाद प्रशासन को आखिरकार कार्यवाही करनी पड़ी़
पूर्व रेलवे की तीन ट्रेनें रद्द रहेंगी
कोलकाता. पूर्व रेलवे ने जाट आंदोलन के कारण 24 फरवरी को हावड़ा स्टेशन से रवाना होने वाली तीन ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है. सुबह 9.45 बजे रवाना होने वाली 13007 अप हावड़ा-श्रीगंगानगर उदयन आभा तूफान एक्सप्रेस 24 फरवरी को रद्द रहेगी. इसी तरह हावड़ा स्टेशन से रात 11.40 में रवाना होने वाली 12307 अप हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया गया.
कोलकाता स्टेशन से रात 9.40 बजे रवाना होने वाली 12525-अप कोलकाता-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस को भी 24 फरवरी को रद्द कर दिया गया. यह जानकारी पूर्व रेलवे ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी है.