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असहमति के बीच मदरसा शिक्षकों का अनशन खत्म
कोलकाता. विभिन्न मांगों को लेकर 96 दिनों से अनशन कर रहे मदरसा शिक्षकों का अनशन खत्म हो गया. तृणमूल उपाध्यक्ष मुकुल राय सोमवार को अनशन मंच पर पहुंचे थे. उन्होंने मदरसा शिक्षकों को वोट के बदले उनकी मांग पूरी होने का प्रस्ताव दिया. उन्हें संबोधित करते हुए कहा : हमें विश्वास है कि आप सभी […]
कोलकाता. विभिन्न मांगों को लेकर 96 दिनों से अनशन कर रहे मदरसा शिक्षकों का अनशन खत्म हो गया. तृणमूल उपाध्यक्ष मुकुल राय सोमवार को अनशन मंच पर पहुंचे थे. उन्होंने मदरसा शिक्षकों को वोट के बदले उनकी मांग पूरी होने का प्रस्ताव दिया.
उन्हें संबोधित करते हुए कहा : हमें विश्वास है कि आप सभी कंधे से कंधा मिला कर एक बार फिर ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठायेंगे. उसके बाद हम लोग मिल कर आपकी समस्याआें का समाधान करेंगे. किसी प्रकार का सरकारी आश्वासन नहीं होने के बावजूद उन्होंने मदरसा शिक्षकों का अनशन खत्म होने का एलान कर दिया. इस एलान के बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल अन-एडेडे मदरसा बचाआे कमेटी के सचिव अब्दुल वहाब मुल्ला व सलाहकार काजी मिराजुल इसलाम को शरबत पिला कर अनशन खत्म करवाया. हालांकि श्री राय के इस एलान व संगठन के कुछ अधिकारियों को उनकी बातों से सहमत होता देख वहां बैठे अधिकतर मदरसा शिक्षक हक्का-बक्का रह गये. मुकुल राय के वहां से जाते ही शिक्षक आपस में ही भिड़ गये. कुछ ने संगठन के सचिव व सलाहाकर का समर्थन करते हुए अनशन खत्म होने की बात मान ली आैर घर लौटने लगे.
कई मदरसा शिक्षक असहमत : अधिकतर मदरसा शिक्षकों ने मुकुल राय व संगठन के अधिकारियों की बात मानने से इनकार कर दिया. अजीजुल हक नामक एक शिक्षक ने कहा कि जब केवल जबानी वादे पर ही राजी हो जाना था तो फिर इतने दिनों तक आंदोलन करने की क्या जरूरत थी, जबकि मुकुल राय ने तो कोई वादा भी नहीं किया. उन्होंने तो वोट के बदले वादा पूरा करने का आश्वासन दिया है. मदरसा आलिया के एक पूर्व छात्र डॉ अमजद अली अंसारी ने कहा कि मुकुल राय की बात पर हम लोग बिल्कुल भी यकीन नहीं कर सकते हैं. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री हैं, उनकी बात पर हम लोग विश्वास कर सकते हैं. इसी बीच कुछ लोगों ने मदरसा शिक्षकों पर हमला कर दिया. तिरपाल फाड़ डाला. लाउडस्पीकर उठा ले गये. हमलावरों का कहना था : हमें कहा गया था कि मुकुल राय के आने के बाद अनशन खत्म हो जायेगा, पर ऐसा नहीं हुआ. हालांकि स्थिति को देखते हुए असहमत शिक्षक भी अनशन स्थगित कर घरों को लौट गये.
मुकुल की उपस्थिति में अधीर भी पहुंच गये
सोमवार को मदरसा शिक्षकों के अनशन स्थल पर एक अजीब सी स्थिति उत्पन्न हो गयी. तृणमूल उपाध्यक्ष मुकुल राय मदरसा शिक्षकों का अनशन खत्म कराने के लिए उनके मंच पर पहुंचे थे, तभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी भी वहां पहुंच गये. मुकुल राय को स्टेज पर देख श्री चौधरी पास के आलिया विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश कर गये आैर काफी वक्त वहां गुजारने के बाद चले गये. जाने से पहले श्री चौधरी ने कहा कि मदरसा शिक्षकों के आंदोलन का कांग्रेस आरंभ से समर्थन कर रही है. कांग्रेस के नेता अक्सर अनशन मंच पर आते रहे हैं. वह भी इनसे मिलने के लिए आये थे. मुकुल राय के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुकुल राय एक प्वायंट मैन हैं. तृणमूल उनका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों में अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए करती रही है. इतने दिनों से मदरसा शिक्षकों का तृणमूल को ख्याल नहीं आया था, पर अब चुनाव को ध्यान में रखते हुए मुकुल राय को यहां भेजा है.
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