हालांकि पुलिस हत्या के मूल कारण का पता लगाने के कोशिश में जुटी हुई है. बताया जाता है कि वृद्धा इमारत के पहले तल्ले के एक कमरे में रहती थी. रात में सोने से पहले वह दरवाजा अंदर से बंद रखती थी, लेकिन घटना के बाद उसके कमरे का दरवाजा खुला हुआ था. सवाल यह उठ रहा है कि क्या किसी परिचित की आवाज सुनकर वृद्धा ने दरवाजा खोला होगा? हत्याकांड के पीछे किसी परिचित का हाथ है या इसमें किसी बाहरी वाले की भूमिका है? घटना के बाद वृद्धा के कमरे में रखे सामान बिखरे पड़े थे.
घटना में लूट की आशंका तो बनी हुई है, लेकिन कथित तौर पर आलो के पहने हुए गहने गायब क्यों नहीं हुए थे. इधर, कमरे से कुछ एंटीक सामान गायब होने की नयी बात भी सामने आयी है. हालांकि आधिकारिक रूप से पुलिस ने इस बारे में कुछ नहीं बताया है. तो क्या एंटीक सामानों के संदिग्ध अवस्था में गायब होना हत्याकांड की कड़ी से जुड़ी हुई है? वृद्धा की मौत से किसको फायदा हो सकता है? ऐसे कई प्रश्न हैं, जिसका जवाब पुलिस के लिए अहम बना हुआ है.