कोलकाता: सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त के जयरमन को पद से हटाये जाने पर एक बार फिर वाम मोरचा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेतृत्ववाली तृणमूल सरकार पर कटाक्ष किया है. मंगलवार को वाम मोरचा की हुई अहम बैठक के बाद आला वामपंथी नेताओं ने आरोप लगाया कि एक घोटाले पर परदा डालने के लिए सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त को पद से हटाया गया है.
राज्य में आजादी के बाद से किसी मुख्यमंत्री के शासनकाल में ऐसा विवाद नहीं देखा गया है. सरकार सच छिपाने की कोशिश कर रही है. सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण में कथित घोटाले का जिक्र करते हुए राज्य में वाम मोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने मौजूदा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह नहीं चाहती है कि सच्चाई सामने आये, क्योंकि इससे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को परेशानी हो सकती है. उन्होंने दावा किया कि आजादी के बाद पश्चिम बंगाल में प्रफुल्ल चंद्र घोष और विधान चंद्र राय से लेकर बुद्धदेव भट्टाचार्य तक कई मुख्यमंत्री बने, लेकिन राज्य में कभी भी ऐसा विशाल घोटाला नहीं हुआ. वह सारधा चिटफंड घोटाला और सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण घोटाला की ओर इशारा कर रहे थे. के जयरमन का जिक्र करते हुए श्री बसु ने कहा कि यह शर्मनाक है कि एक पुलिस अधिकारी, जो एक घोटाले की सच्चाई का पता लगाने का प्रयास कर रहा था, उसे ड्यूटी से हटा दिया गया.
छह को अभियान
छह दिसंबर को सांप्रदायिकता के खिलाफ होनेवाले शहीद मीनार चलो अभियान के दौरान वाम मोरचा के वरिष्ठ नेता भी शरीक होंगे. श्री बसु ने कहा कि अभियान के दौरान जिला स्तर भी रैली व सभाएं होंगी. महानगर से विरोध रैली निकाली जायेगी जो शहीद मीनार पर समाप्त होगी. वहां जनसभा में माकपा के महासचिव प्रकाश करात, भाकपा के एबी बर्धन, फॉरवर्ड ब्लॉक के देवव्रत विश्वास समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे.