कोलकाता: राज्य के पंचायत क्षेत्रों में हुए ग्रामीण विकास कार्यो से विश्व बैंक ने भी संतुष्टि जतायी है और अब विश्व बैंक ने यहां ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करने के लिए मदद करने का हाथ बढ़ाया है. नवंबर के मध्य में विश्व बैंक की ओर से राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी को पत्र देकर अमेरिका बुलाया गया है.
विश्व बैंक के इस बुलावे पर पंचायत मंत्री मंगलवार को अमेरिका के लिए रवाना हो रहे हैं और चार दिसंबर (बुधवार) को वह वाशिंगटन में विश्व बैंक के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. जानकारी के अनुसार, विश्व बैंक के अधिकारियों के साथ बैठक करने के पहले पंचायत मंत्री कनाडा में यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी के अधीनस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-हेल्थ एंड इंवायरोमेंट के कैंपास में बैठक करेंगे. इस बैठक में राज्य में आर्सेनिक की समस्या के समाधान को लेकर बातचीत की जायेगी. गौरतलब है कि संस्थान ने यहां आर्सेनिक मुक्त पानी मुहैया कराने की परियोजना पर राज्य सरकार के साथ मिल कर कार्य करने का फैसला किया है.
अमेरिका रवाना होने से पहले पंचायत मंत्री ने सुब्रत मुखर्जी ने बताया कि राज्य सरकार ने विश्व बैंक के सामने राज्य में पंचायत व ग्रामीण विकास की परियोजनाओं के लिए प्रेजेंटेशन तैयार किया है.
विश्व बैंक द्वारा राज्य को जो आर्थिक मदद दी जाती है, उससे यहां के 50 फीसदी गांव में ही विकास कार्य हो पायेगा, लेकिन राज्य सरकार यहां के 100 फीसदी गांवों में विश्व बैंक के फंड से विकास कार्य करना चाहती है. राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य हो रहा है, लेकिन अभी भी बहुत काम बाकी है. राज्य के सभी गांव में पक्की सड़क, स्कूल, शौचालय सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं का विकास करना बाकी है.