सरकार की खून-खराबे की राजनीति के विरूद्ध पूरे बंगाल समेत आज सिलीगुड़ी में भाजपाइयों ने शांतिपूर्ण तरीके से कानून तोड़ा. पहले एयरव्यू मोड़ से भाजपाइयों ने शहर में विशाल रैली निकाली. रैली शहर के प्रमुख सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए सिलीगुड़ी कोर्ट के सामने पहुंची. जहां प्रदर्शनकारी पहले से मुश्तैद पुलिस से भीड़ गये. प्रदर्शनकारी कोर्ट परिसर स्थित एसडीओ दफ्तर तक न पहुंच सके, इसके मद्देनजर सिलीगुड़ी पुलिस ने तीन सुरक्षा घेरा बनाया था लेकिन प्रदर्शनकारी तीन में से मात्र एक ही सुरक्षा घेरा तोड़ने में सफल हुए.
दूसरा घेरा नहीं तोड़ सके. सुरक्षा की कमान संभाल रहे एसीपी पिनाकी मजूमदार, सिलीगुड़ी थाना के इंस्पेक्टर अचिंत गुप्त, डीडी के इंस्पेक्टर विनोद गजमेर भारी पुलिस वाहिनी के साथ प्रदर्शनकारियों को कोर्ट के मुख्य गेट के सामने ही रोक दिया और पिनाकी मजूमदार ने सभी 400 भाजपाइयों को गिरफ्तार कर मौके पर से ही रिहा करने का एलान किया. बाद में अरूण सरकार, महासचिव नंदन दास, भाजपा पार्षद खूशबू मित्तल, मालती राय, महिला मोरचा की गीता चटर्जी, सविता अग्रवाल के नेतत्व में एक प्रतिनिधि दल एसडीओ की गैर मौजूदगी में डिप्टी मजिस्ट्रेट सुबिर कुमार चटर्जी को ज्ञापन भी सौंपा. श्री सरकार ने ज्ञापन के मार्फत ममता को चेताया और धमकी देते हुए कहा कि बंगाल में आतंक व हिंसा की राजनीति भाजपा नहीं चलने देगी. जनता की आवाज को तणमूल व पुलिस जितनी अधिक बंद करने की कोशिश करेगी, आवाज उतनी ही अधिक और बुलंद होगी.
उन्होंने कहा कि ममता सरकार ने बंगाल को आइएसआइ का गढ़ बना दिया है और पूरे राज्य को बारूद के ढेर पर बैठा दिया है. लेकिन भाजपा ऐसा नहीं होने देगी. बंगाल की पुरानी सोहरत भाजपा वापस लौटा कर रहेगी. आज के आंदोलन के दौरान भाजपा के एक नंबर मंडल के अध्यक्ष कन्हैया पाठक, युवा नेता अभिजीत राय चौधरी, पर्यवेक्षक अमित जैन, युवा मोरचा के अध्यक्ष बापी पाल, ओमप्रकाश अग्रवाल (सिमी), सुशील मित्तल, बिन्नी अग्रवाल समेत भारी तादाद में नेता, कार्यकर्ता व समर्थक शामिल हुए.