कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेतृत्ववाली तृणमूल सरकार बंगाल में जन आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है. यही वजह है कि विगत मंगलवार को एसयूसीआइ कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
यह आरोप बुधवार को राज्य में एसयूसीआइ के सचिव सौमेन बसु ने लगाया. उन्होंने कहा कि विगत मंगलवार चिट फंड कंपनी सारधा समूह मामले की सटीक जांच की मांग समेत अन्य कई मांगों को लेकर पर एसयूसीआइ समर्थित छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गनाइजेशन (डीएसओ), युवा शाखा डीवाइओ और महिला शाखा एमएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा मध्य कोलकाता में रैली निकाली गयी.
श्री बसु ने आरोप लगाया कि बऊबाजार में कानून उल्लंघन करने की बात पहले से ही पुलिस को दिये जाने के बावजूद एसयूसीआइ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के वाहन भी नहीं रखे गये थे. यानी विगत मंगलवार को जो भी घटा वह पूर्व परिकल्पित था.
उन्होंने विगत मंगलवार की घटना को लेकर तृणमूल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. ध्यान रहे कि पुलिस के आला अधिकारियों ने पहले ही लाठीचार्ज के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों को केवल लाठियों से खदेड़ा गया ताकि हालात काबू किये जा सके.