धर्मतल्ला में जमाते-उलेमा-ए-हिंद की सभा में ममता ने कहा कि मिथुन उनके सांसद हैं, लेकिन वह उनसे बात करने में डरते हैं. दरअसल उन्हें बात करने से रोकने के लिए धमकाया जाता है. सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी संसद में कहा है कि आमिर खान की तरह मिथुन भी असहिष्णुता का शिकार हैं.
उल्लेखनीय है कि सांसद बनने के बाद ही सारधा घोटाले में इडी की ओर से उन्हें तलब किया गया था. कुछ दिन बाद सारधा से जो भी उन्हें पैसे मिले थे, वह उन्होेंने इडी को वापस दे दिया था. इसके बाद से ही तृणमूल से उनकी दूरियां बढ़ने लगीं. कभी देश में सर्वाधिक आयकरदाता रहे मिथुन किसी प्रकार के घोटाले में अपना नाम दूर-दूर तक नहीं चाहते. लिहाजा सूत्रों के मुताबिक अगले विधानसभा में तृणमूल के लिए वह प्रचार नहीं कर सकते.