कोलकाता: कोलकाता पुिलस की िवशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने सोमवार को दो दिन पहले गिरफ्तार आइएसआइ एजेंट अख्तर खान उर्फ मोहम्मद जावेद उर्फ राजू (40) के भाई जफर खान (48) को भी दबोच लिया. पाकिस्तान को खुफिया जानकारी भेजने के आरोप में यह दूसरी गिरफ्तारी है. उसे मंगलवार को बैंकशॉल कोर्ट में पेश किया जायेगा.
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, जफर अपने भाई अख्तर खान के साथ मिलकर महानगर से खुफिया जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भेजा करता था.
अख्तर के पाकिस्तान से आइएसआइ एजेंट के तौर पर कोलकाता लौटने के बाद उसका भाई जफर खान पाकिस्तान गया था. वहां वह पांच से छह वर्ष रहकर कोलकाता लौटा. इसके बाद अपने भाई के साथ मिलकर काम कर रहा था. अख्तर से पूछताछ के बाद पुलिस को उसके भाई के इस मामले में शामिल होने का खुलासा हुआ.
इसके बाद उसके कॉलिंग स्ट्रीट स्थित घर में छापेमारी की गयी थी. इस दौरान जफर के घर से भी पुलिस को कई संदिग्ध कागजात, बैंक अकाउंट की जानकारी मिली थी. इस बारे में वह कुछ भी नहीं बता पा रहा था. जिसके बाद उसे भी इस मामले में गिरफ्तार करने का फैसला किया गया. प्राथमिक जांच में पता चला है कि जफर महानगर में रहकर अपने भाई अख्तर के साथ कैटरिंग के काम के जरिये युवाओं को एजेंट बनाता था. मूलत: आर्मी में होने वाले कार्यक्रम में बाहर से लाने वाले कैटरिंग के युवकों के जरिये वह भी आर्मी की जानकारी हासिल करता था. जिसे वह पाकिस्तान भेजता था. जफर से भी पूछताछ कर अन्य फरार लोगों की तलाश की जा रही है.
तीन और लोगों से हो सकता है संबंध
प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि भारत के पड़ोसी देशों से ताल्लुक रखने वाले तीन और व्यक्तियों का इन दोनों से संबंध हो सकता है. एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध आइएसआइ एजेंट अख्तर खान से पूछताछ के दौरान तीनों व्यक्तियों के नाम सामने आये हैं जो क्रमश: नेपाल, बांग्लादेश और म्यामांर के हैं. वैसे तो इन तीनों व्यक्तियों की भूमिका अबतक स्थापित नहीं हो पायी है लेकिन कोलकाता पुलिस के जांचदल को संदेह है कि वे सूचनाएं पहुंचाने और हवाला के जरिए धन की तस्करी का काम करते थे. अख्तर के भाई जफर की गिरफ्तारी के कारणों की चर्चा करते हुए एसटीएफ अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसके बयान में विसंगतियां थीं. उन्होंने कहा, ‘हमने उसके भाई के सिलसिले में कुछ सवाल किये. लेकिन वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया जिसके बाद हमने उसे गिरफ्तार कर लिया.’