कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम बंगाल में चुनावी जीत ने माकपा के अस्तित्व पर ही अब प्रश्न लगा दिया है. तृणमूल ने अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले तीसरा मोरचा बनाने की वाम दल की रणनीति का मजाक भी उड़ाया. तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जहां कहीं भी माकपा है, वह सब कुछ बरबाद कर देती है.
माकपा के नेताओं को मोरचा बनाने की कोशिश करने से पहले अपनी पार्टी संभालनी चाहिए. श्री चटर्जी नयी दिल्ली में बुधवार को आयोजित मेगा रैली पर टिप्पणी कर रहे थे, जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव और माकपा महासचिव प्रकाश करात समेत वाम नेताओं ने तीसरे मोरचे की अटकलों को हवा देते हुए मंच साझा किया.
पार्थ चटर्जी ने कहा कि बंगाल में उनकी विश्वसनीयता व प्रासंगिकता खत्म हो गयी है. माकपा नेता रज्जक मोल्ला के इस बयान का हवाला दिया कि उनके पार्टी के शीर्ष नेता की नजर तो आकाश पर है, लेकिन पैर जमीन पर है ही नहीं. जब उनसे पूछा गया कि पहले ही संघीय मोरचे का विचार रखनेवाली पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी गैर कांग्रेस और गैर भाजपा ताकतों को एकजुट का प्रयास करेंगी. उन्होंने कहा कि वह प्रेस में अपनी रणनीति की चर्चा नहीं करते.