मतदान के पहले ही पूरे राज्य में हिंसा का माहौल तैयार करने की कोशिश शुरू हो गयी है. ऐसा प्रयास सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ओर से किया जा रहा है. यह आरोप राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने लगाया. मंगलवार को वाममोरचा राज्य कमेटी की अहम बैठक हुई जिसके बाद बसु संवाददाताओं से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि बैठक में जनहित से जुड़ी मांगों को लेकर वामपंथी दलों की आगामी कार्यसूची व आंदोलनों पर चर्चा हुई. साथ ही माकपा समेत वामंपथी दलों की सांगठनिक ताकत बढ़ाने को लेकर तैयारियों पर विचार किया गया. तीन अक्तूबर को होने वाले मतदान के पहले ही पूरे राज्य में अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश शुरू हो गयी है.
आरोप के मुताबिक करीब एक सौ से ज्यादा ऐसे वामपंथी उम्मीदवारों का पता चला है जिन्हें नामांकन पत्र जबरन दाखिल करने नहीं दिया गया व नामांकन पत्र वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया. ऐसी परिस्थिति में क्या शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान की अपेक्षा की जा सकती है? मतदान के दिन गड़बड़ी होने की आशंका के प्रश्न पर बसु ने कहा कि यदि बूथ कैप्चर किया गया व मतदाताओं को वोट देने में बाधा दी गयी तो इसका व्यापक विरोध के सिवाय दूसरा उपाय नहीं होगा. लोग सटीक रूप से मतदान कर पायें, इसकी गारंटी राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग को लेनी होगी.