इस बीच जो समय बचा है, उस दौरान निगम प्रशासन यूनिट एरिया असेसमेंट व्यवस्था को लागू करने के लिए इलाकों का परिसिमन का काम पूरा कर लेगा. यह भी फैसला लिया गया है कि जो शहरवासी यूनिट एरिया असेसमेंट के बजाय पुरानी कर व्यवस्था के तहत अपने टैक्स का भुगतान करना चाहते हैं, वे पुरानी कर व्यवस्था के तहत ही अपनी संपत्ति कर की अदायगी कर सकते हैं. यानी यह लोगों की मर्जी पर निर्भर करेगा कि वे यूनिट एरिया असेसमेंट या पुरानी कर व्यवस्था में से किसी भी सिस्टम के तहत अपने टैक्स का भुगतान कर सकते हैं.
शोभन चटर्जी जब पहली बार मेयर बने थे, उसी समय उन्होंने यूनिट एरिया असेसमेंट व्यवस्था चालू करने की बात कही थी. राज्य सरकार ने इस विषय में कानून भी पारित कर दिया था, लेकिन इसकी जटिलता के कारण स्वयं तृणमूल पार्षदों ने ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. अपने ही पार्षदों के विरोध को देखते हुए तृणमूल बोर्ड ने इस कर प्रणाली को ठंडे बस्ते में डाल दिया था. लेकिन अब लगता है कि यूनिट एरिया असेसमेंट दिन का सूरज देखनेवाला है.