भ्रष्टाचार को खत्म करने का नारा दे कर केंद्र में एक नयी सरकार आ गयी, पर एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद देश में भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आने के बावजूद बढ़ोतरी ही हुई है. भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को केवल सीबीआइ पर ही भरोसा रह गया है. उनका मानना है कि केवल सीबीआइ ही भ्रष्टाचार के मामलों का सही से निपटारा कर सकती है, पर हकीकत तो यह है कि देश की सीबीआइ अदालतों में भ्रष्टाचार के हजारों मामले वषार्ें से लंबित पड़े हुए हैं, इसमें पश्चिम बंगाल तीसरे स्थान पर है.राज्य 31-5-2014 तक दिल्ली 765महाराष्ट्र 691पश्चिम बंगाल 646उत्तर प्रदेश 596तमिलनाडु 474आंध्र प्रदेश 431गुजरात 411झारखंड 400बिहार 327राजस्थान 268कुल मामले 6562भारतीय कानून व्यवस्था का यह अभिषाप है कि यहां मामलों के निपटारे में वषार्ें गुजर जाते हैं और अगर आरोपी पैसे व रसूखवाला हो, तो फिर यह आम धारणा है कि उन्हें सजा होने की संभावना न के बराबर होती है. इस स्थिति में सीबीआइ भी अपवाद नहीं है, जहां भ्रष्टाचार के हजारों मामले वषार्ें से फैसले के इंतजार में पड़े हुए हैं.
BREAKING NEWS
Advertisement
सीबीआइ कोर्ट में लंबित पड़े हैं भ्रष्टाचार के हजारों मामले
भ्रष्टाचार को खत्म करने का नारा दे कर केंद्र में एक नयी सरकार आ गयी, पर एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद देश में भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आने के बावजूद बढ़ोतरी ही हुई है. भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को केवल सीबीआइ पर ही भरोसा रह गया है. […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement