भूटान से छोटी-बड़ी 70 नदियां उत्तर बंगाल से होकर बहती हैं. यह एक बहुत बड़ी समस्या है. भूटान हमारा मित्र देश है और वहां के प्रधानमंत्री ने उनको आमंत्रित भी किया है. इसलिए जब वह भूटान दौरे पर जायेंगी, तो इस समस्या के समाधान के लिए भूटान के प्रधानमंत्री से बात करेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ से जो पानी समतल पर पहुंच रहा है, वह सिक्किम से होकर यहां आ रहा है. सिक्किम सरकार ने चार जलविद्युत केंद्रों की स्थापना की है और इसके लिए विशाल जलाधार बनाया गया है. इससे सूखे के मौसम में नदियों में पानी की कमी रहती है तो मानसून के समय बांध से पानी छोड़ने के बाद ही बाढ़ की स्थिति पैदा हो जा रही है.
बांग्लादेश के साथ तीस्ता नदी जल वितरण को लेकर होनेवाला समझौते का विषय एक राजनीतिक मुद्दा है. मुख्यमंत्री चाहती हैं कि बांग्लादेश के लोगों को पानी मिले, लेकिन इसके लिए वह उत्तर बंगाल के लोगों को वंचित नहीं रखना चाहतीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर सिक्किम सरकार से भी बातचीत की जायेगी. क्योंकि जब पानी नहीं रहता है तो उसके लिए हम जिम्मेदार हैं और जब बारिश होती है तो बंगाल ही उसमें बह रहा है. मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि इस समस्या का समाधान के लिए वह भूटान व सिक्किम दोनों जगहों की सरकार से बात करेंगी, इस प्रकार से वह उत्तर बंगाल के लोगों को परेशानी में नहीं देख सकती.