भारत में वनों के क्षरण और मानव व हाथियों के बीच बढ़ती संघर्ष की स्थितियों के मद्देनजर कोष एकत्र करने के लक्ष्य को लेकर भारतीय वन्य जीवन ट्रस्ट के अलावा एलीफेंट फैमिली, इंटरनेशनल फंड फार एनीमल वेलफेयर, नीदरलैंड की आइयूसीएन और वल्र्ड लैंड ट्रस्ट इस पहल का हिस्सा बनी हैं.
भारतीय वन्य जीवन ट्रस्ट द्वारा वन विभाग से सलाह कर दर्ज किये गये इन सौ हाथी कॉरीडोर के जरिये यह गंठबंधन भारतीय हाथियों को आने जाने के लिए सुरक्षित रास्ता मुहैया कराने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है. मेनन ने कहा कि मुङो खुशी है कि अपनी पिछली भारत यात्र के दौरान एशियाई हाथी का दीदार करने को उत्सुक दिखे पिं्रस चाल्र्स इस महत्वपूर्ण अवसर पर मौजूद थे. भारत में हर साल सिकुड़ते जंगल क्षेत्र के कारण हाथियों और मानव के बीच होने वाले टकराव में 400 लोग और करीब 50 हाथी मारे जाते हैं.