गौरतलब है कि वेबसाइट खोलने पर बांयी ओर एक बुरका पहने महिला की तसवीर दिखती थी. इसमें पर्दा प्रथा को लेकर विचार व्यक्त किये गये थे.
रविवार की दोपहर को यह सूचना लीक होने के बाद विभाग की ओर से पोस्ट हटाने की कोशिश की गयी. विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि चूंकि पोस्ट नहीं हट पा रहा था. इस कारण वेबसाइट को बंद कर दिया गया है. कुछ दिनों पहले भी सरकारी विज्ञापन में कविगुरु की जगह कविगुरी लिखा गया था. आसनसोल के काजी नजरूल विश्वविद्यालय का नाम काजी नजरूल इस्लाम विश्वविद्यालय हो गया था. हालांकि गलती सुधार ली गयी थी.