कोलकाता: कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) के मुख्यालय के सामने कोल माइंस आफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा बुलाये गये प्रदर्शन के बीच ही अधिकारियों ने पदोन्नति की मांग को पूरा करने के साथ ही अब कंपनी के निदेशक (पर्सनल) को हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि जिस प्रकार से निदेशक आर मोहन दास कंपनी के अधिकारियों के साथ व्यवहार कर रहे हैं, ऐसे में प्रबंधन व अधिकारियों के बीच सामंजस्य स्थापित रख पाना संभव नहीं है. कोल इंडिया के सभी आठ अनुषंगी कंपनी क्षेत्र से आये करीब 700-800 अधिकारियों ने अब निदेशक को ही हटाने की मांग शुरू कर दी है. उनका कहना है कि इनके नेतृत्व में कोल इंडिया का विकास नहीं किया जा सकता है.
इस संबंध में एसोसिएशन के महासचिव पीके सिंह ने बताया कि पिछले नौ सितंबर से कोल इंडिया के अधिकारी यहां अनशन व धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कोल इंडिया प्रबंधन के पास उनसे मिलने का समय नहीं है. प्रबंधन एसोसिएशन की मांगों को सुनने के लिए भी तैयार नहीं है. एसोसिएशन के कई सदस्यों ने तो कंपनी के पदोन्नति की नीति का सीबीआइ जांच कराने की मांग की है. उनका कहना है कि कंपनी की क्या प्रमोशन नीति है, यह आज तक किसी को समझ में नहीं आया है.
यहां पिछले 15-20 साल से कार्य कर रहे लोगों की पदोन्नति नहीं हो रही है और जिन्हें कुछ नहीं मालूम उनको प्रबंधक बनाया जा रहा है. इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष दामोदर बनर्जी, कोषाध्यक्ष यू दास, एनसीएल के तारकेश्वर प्रसाद साव, एसईसीएल के आरएस गुप्ता व सीएमपीडीआइ के अधिकारी एसोसिएशन के एसके जायसवालउपस्थित रहे.