कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ मई को अपनी एक दिन की कोलकाता यात्रा के दौरान रामकृष्ण मठ और मिशन ऑर्डर के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद महाराज से मिलेंगे. महाराज पिछले कुछ समय से बीमार हैं. मठ के सहायक सचिव सुबीरानंद महाराज ने बताया कि मोदी जी उन्हें अपने गुरु की तरह मानते हैं और उनसे मिलना चाहते हैं, क्योंकि हमारे महाराज काफी वृद्ध हो चले हैं और लंबे समय से अस्पताल में हैं.
जब दोनों राजकोट में थे, तो श्री मोदी उनका दिशा निर्देशन लेने जाते थे. स्वामी विवेकानंद द्वारा शुरू किये मिशन ऑर्डर के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंद 97 साल के हैं और वृद्धावस्था संबंधी रोगों से पीड़ित हैं. वह 21 फरवरी से रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान में भरती हैं, जहां मोदी उनसे मिलेंगे. पिछले साल मोदी के चुनाव जीतने के बाद स्वामीजी ने उन्हें बधाई दी थी और मठ आने का आमंत्रण दिया था. प्रधानमंत्री के बेलूर मठ जाने का भी कार्यक्रम है, जो संगठन का वैश्विक मुख्यालय है.
सुबीरानंद महाराज ने कहा कि बेलूरमठ प्रधानमंत्री के हृदय के बेहद करीब है. उनके यहां मंदिरों का दर्शन करने और स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आने की काफी अधिक संभावना है. मोदी ने 2013 में बेलूरमठ की अपनी यात्र के दौरान विवेकानंद के कक्ष में कुछ क्षण गुजारे थे, जहां उन्होंने ध्यान भी लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बाल्यावस्था में साधु बनने के लिए बेलूरमठ गये थे, तो उनके आग्रह को खारिज कर दिया गया था और उनसे कहा गया था कि उनकी आवश्यकता कहीं और है. मोदी अपनी कोलकाता यात्र के दौरान तीन महत्वाकांक्षी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की भी शुरुआत करेंगे, जिनमें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शामिल हैं.