कोलकाता: सरकार राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों का कायकल्प करने का पुरजोर प्रयास कर रही है, बावजूद इसके राज्य के एक बड़े अस्पताल में मात्र 128 बेड हैं. यह राज्य का इकलौता ऐसा अस्पताल है, जहां स्नायु व मस्तिष्क जनित बीमारियों का इलाज किया जाता है.
एसएसकेएम (पीजी) परिसर स्थित बांगुर इंस्टीटय़ूट ऑफ न्यूरो साइंस में स्नायु व मस्तिष्क की बीमारियों के इलाज के लिए कई अत्याधुनिक मशीनें व उपकरण लगाये गये हैं, बावजूद इसके यहां पहुंचनेवाले अधिकतर मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इसकी वजह है बेड. इतने बड़े अस्पताल में मात्र 128 बेड हैं. प्रत्येक माह अस्पताल के आउटडोर में लगभग 14 से 15 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन बेड के अभाव के कारण अधिकतर मरीजों को खाली हाथ लौटना पड़ता है. एक तो बेड का अभाव, ऊपर से अस्पताल में आपातकालीन सेवा नहीं होने के कारण मरीजों की परेशानी और भी बढ़ जाती है. छह-सात महीने से अस्पताल की एमआरआइ मशीन खराब रहने के कारण रोगियों को इसके लिए एसएसकेएम अस्पताल जाना पड़ता था. इसे देखते हुए स्वास्थ्य भवन व स्पंदन के संयुक्त सहयोग से पिछले सप्ताह यहां एक एमआरआइ मशीन लगायी गयी.