कोलकाता: ट्राइडेंट लाइट के बाद अब निगम पर एक और घोटाले का आरोप लगा है. इस बार घोटाले का आरोप निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) विभाग पर लगा है. इस विभाग का काम महानगर को साफ-सुथरा रखना है.
सूत्रों के अनुसार, घोटाले का जरिया महानगर का कूड़ा-कचरा ढोनेवालीं गाड़ियां बनी हैं. महानगर से रोजाना सैकड़ों टन कचरा निकलता है, जिसे बड़ी संख्या में छोटे-बड़े ट्रकों के द्वारा धापा में ले जाकर फेंका जाता है. कचरा फेंकने गये वाहनों को धापा में तैनात निगमकर्मी एक स्लिप देते हैं, जिसके द्वारा उसे कचरा फेंकने के एवज में भुगतान किया जाता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस तरह के हजारों जाली स्लिप के द्वारा निगम को लगभग 20 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, निगम की ऑडिट रिपोर्ट में स्वयं इस घोटाले की ओर इशारा किया गया है. लगभग 20 करोड़ के इस गोरखधंधे में निगम के कर्मचारी भी शामिल हैं. फिलहाल निगम प्रशासन इस मुद्दे पर कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है.