कोलकाता: एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन तथा वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से आहूत 28 जनवरी को प्रस्तावित 24 घंटे के टैक्सी हड़ताल का श्रमिक संगठन एआइसीसीटीयू तथा बीएमएस ने समर्थन करने की घोषणा की है. इसी दिन दोपहर एक बजे बेलिंग्टन स्ट्रीट से जुलूस निकलेगा.
यह जुलूस लालबाजार पुलिस मुख्यालय में कोलकाता पुलिस आयुक्त व परिवहन सचिव को ज्ञापन सौंपेगा. पुलिस ज्यादती और टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर 5000 रुपये तक जुर्माना सहित कई मांगों के समर्थन में एटक समर्थित टैक्सी संगठनों ने हड़ताल के समर्थन के लिए एआइसीसीटीयू व बीएमएस सहित अन्य श्रमिक संगठनों सीटू, यूटीयूसी, यूसीसीसी, इंटक, एआइयूटीयूसी, वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्क्स यूनियन (सीटू) को पत्र भेजा था. गुरुवार को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एटक समर्थित टैक्सी संगठन कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव तथा वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव के साथ एआइसीसीटीयू के सचिव दीवाकर भट्टाचार्य तथा बीएमएस के सांगठनिक सचिव निहारेंदु दत्त ने हड़ताल के समर्थन व सफल बनाने की अपील की, हालांकि बंगाल टैक्सी एसोसिएशन (बीटीए) ने हड़ताल का विरोध करने की घोषणा की है.
वहीं, सीटू ने हड़ताल का नैतिक समर्थन करने के बावजूद अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बार-बार आवेदन के बावजूद परिवहन विभाग उनलोगों की मांगों को नहीं मान रहा है. ऐसी स्थिति में हड़ताल के सिवा कोई विकल्प नहीं है. टैक्सी चालकों की मांगें जायज हैं.
उन लोगों ने कई श्रमिक संगठनों से समर्थन मांगा है और समर्थन मिलने की उम्मीद भी है. यदि कोई संगठन टैक्सी हड़ताल का विरोध करता है, तो वह टैक्सी आंदोलन से अलग-थलग पड़ जायेगा. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल शासन में सबसे पहले उनके संगठन ने टैक्सी आंदोलन की शुरुआत की है. बाद में अन्य संगठन उससे जुड़े हैं. एआइसीसीयूटी के दीवाकर भट्टाचार्य और बीएमएस के निहारेंदु दत्त ने हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि टैक्सी चालकों पर पुलिस जुल्म लगातार बढ़ रहा है. बिना परिवहन कमेटी में विचार-विमर्श के टैक्सी चालकों पर 5000 रुपये तक जुर्माना लाद दिया जा रहा है. जो पूरी तरह से गलत है.