उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल की तुलना में अन्य राज्यों में यह शुल्क 180-200 रुपये प्रति क्विंटल है और अन्य राज्यों में कोल्ड स्टोरेज पर राज्य सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होता है. लेकिन बंगाल में कोल्ड स्टोरेज का शुल्क राज्य सरकार तय करती है.
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बंगाल में 110 लाख टन आलू की होगी पैदावार
कोलकाता: वेस्ट बंगाल कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन की ओर से सरकार को इसके शुल्क या किराये में 28 रुपये की वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है. फिलहाल, यहां कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने के लिए प्रत्येक सीजन में 120 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से शुल्क लिया जाता है. इस शुल्क में 28 रुपये की वृद्धि […]
कोलकाता: वेस्ट बंगाल कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन की ओर से सरकार को इसके शुल्क या किराये में 28 रुपये की वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है. फिलहाल, यहां कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने के लिए प्रत्येक सीजन में 120 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से शुल्क लिया जाता है. इस शुल्क में 28 रुपये की वृद्धि करते हुए इसे 148 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की गयी है. यह जानकारी मंगलवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष रामपद पॉल ने दी.
वहीं, बंगाल में आलू उत्पादन के संबंध में एसोसिएशन के चेयरमैन सोहन लाल सेठिया ने बताया कि कि इस वर्ष यहां 110 लाख टन आलू उत्पादन होने की संभावना है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है, जबकि यहां विभिन्न क्षेत्रों में स्थित 435 कोल्ड स्टोरेज में मात्र 65 लाख टन आलू रखने की ही क्षमता है. डब्ल्यूबीसीएसए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष पतित पावन दे ने कहा कि बाजार में नयी फसल का आना पहले ही शुरू हो गया है. इस वर्ष शीत भंडार गृहों की क्षमता का करीब तीन प्रतिशत बढ़ायी गयी है.
आलू कीमतों की घटती-बढ़ती के बारे में पूछने पर डब्ल्यूबीसीएसए के अधिकारियों ने कहा कि खुदरा स्तर पर कीमतों के 10 से 12 रुपये प्रति किलो से कम होने की संभावना नहीं है. उन्होंने बताया कि 19-20 जनवरी को डब्ल्यूबीसीएसए की ओर से स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया जायेगा, जिसका उदघाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी.
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