कोलकाता: रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस एस मूंधड़ा ने बुधवार कहा कि केंद्रीय बैंक मौजूदा परियोजनाओं के पुनर्वित्त की सुविधा देने के लिए जल्दी ही दिशा निर्देश लायेगा.
उद्योग इसकी मांग कर रहा है. बुधवार को महानगर में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बातें कहीं. उद्योग मंडल के कार्यक्रम में मूंधड़ा ने कहा कि नयी परियोजनाओं के लिए प्रत्येक पांच साल पर पुनर्वित्त की गुंजाइश उपलब्ध होगी और यह सुविधा पहले से घोषित परियोजना की आर्थिक जीवन तक के लिए होगी. मूंधड़ा ने कहा कि लेकिन मौजूदा परियोजनाओं के लिए दिशानिर्देश जल्दी ही जारी किया जायेगा. बड़ी परियोजनाओं को लेकर आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जिसमें इक्विटी पूंजी बहुत कम है.
यह ऐसा ही है जैसा कि हल्की बर्फ पर स्केटिंग करना. उन्होंने कहा कि जब आर्थिक वृद्धि मजबूत होती है तो ऐसी परियोजनाएं आती हैं और जो कमियां होती हैं वह दिखायी नहीं देती. लेकिन जैसे ही वृद्धि कम होती है कठिनाई सामने आ जाती है. मूंधड़ा ने कहा कि रिजर्व बैंक ऐसी परियोजनाओं पर नजर रख रहा है, जहां इक्विटी पूंजी कम है और यह पता लगा रहा है कि क्या वहां कोई समस्या है. रिजर्व बैंक की कल केंद्रीय बोर्ड की बैठक से पहले मूंधड़ा ने कहा कि नियामक की जमीनी हालात पर नजर है. मूंधड़ा ने कहा कि हम ऐसे समय में हैं जब मुद्रास्फीति में कमी हो रही है, तेल एवं जिंसों के दाम कम हो रहे हैं और खाद्य वस्तुएं के मूल्य भी कम हो रहे हैं.