कोलकाता: लक्ष्मीपत सिंघानिया एकेडमी में 23 सितंबर से शुरू हुए सीबीएसइ ईस्ट जोन चेस टूर्नामेंट 2014 का फाइनल परीक्षा फल शुक्रवार को घोषित किया गया. इस चार दिवसीय टूर्नामेंट में पूरे देश के 42 स्कूलों के 400 छात्रों ने भाग लिया.
फाइनल टूर्नामेंट में अंडर 14 गल्र्स श्रेणी में लक्ष्मीपत सिंघानिया एकेडमी ने चैंपियंस का खिताब जीता. इसी क्रम में डीपीएस, रूबी पार्क द्वितीय व अशोक हॉल गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल ने तृतीय स्थान हासिल किया. अंडर 14 ब्वॉयज श्रेणी में साउथ प्वाइंट हाइ स्कूल विजेता रहा. इसी क्रम में बीडी मेमोरियल इन्टरनेशनल स्कूल द्वितीय व दिल्ली पब्लिक स्कूल, धनबाद तृतीय स्थान पर रहा. वहीं अंडर 19 गल्र्स श्रेणी में अशोक हॉल गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल चैंपियन बना. इस श्रेणी में सनबीम इंगलिश स्कूल (वाराणसी) द्वितीय और लक्ष्मीपत सिंघानिया एकेडमी तृतीय स्थान पर रहा.
अंडर 19 ब्वायज श्रेणी में साउथ प्वाइन्ट हाइ स्कूल ने विजेता का खिताब जीता. इसी कैटेगरी में द्वितीय स्थान पर सनबीम लहरतारा वाराणसी व डीपीएस, रूबी पार्क ने तृतीय स्थान हासिल किया. होस्ट स्कूल लक्ष्मीपत सिंघानिया की प्रिंसिपल मीना काक ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि कि चेस रणनीति व धैर्य का खेल है. छात्रों को हमेशा सोच-समझकर कोई भी निर्णय लेना चाहिए. हमारे स्कूल में छोटी उम्र में ही छात्रों को चेस का प्रशिक्षण दिया गया है. इस खेल से यह प्रेरणा मिलती है कि हर समस्या का समाधान संभव है, बस एक रणनीति होनी चाहिए. जो विजेता हुए हैं, वे अब नेशनल लेवल के लिए क्वालीफाई हैं.
कार्यक्रम में बोटविनिक चेस एकेडमी के महासचिव आर एस तिवारी व बंगाल चेस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ कुशाल चौधरी ने कहा कि हर बच्चे में प्रतिभा है. हार-जीत मायने नहीं रखता है, भाग लेना ज्यादा महत्वपूर्ण है. चेस से छात्रों का आइक्यू व मेधा बढ़ती है.समापन समारोह में विजेता छात्रों को गोल्ड, सिल्वर, ब्राउंज मेडल व मेरिट सर्टिफिकेट दिया गया. शुक्रवार को टूर्नामेंट के फाइनल चरण में सभी चेस खिलाड़ियों ने पूरे जोश के साथ बेहतर प्रदर्शन किया. समापन समारोह की अध्यक्षता ग्रांड मास्टर दिब्येन्दु बरुआ ने की. आइपीएस ऑफिसर दिब्येन्दु बारुआ कुन्दन लाल टामटा ने भी छात्रों को प्रोत्साहित किया. रिपोर्ट तैयार करने में छात्र भावना कांकरिया का सक्रिय योगदान रहा. धन्यवाद ज्ञापन स्कूल के हेड ब्वाय व हेड गर्ल ने दिया.