कोलकाता: सारधा पोंजी योजनाओं के हजारों पीड़ितों व अन्य कंपनियों की ऐसी ही योजनाओं के निवेशकों ने गुरुवार को यहां विरोध रैली निकाली. रैली में उन्होंने राज्य सरकार से उनके धन की फौरन वापसी कराने की मांग की.
यह रैली कॉलेज स्क्वायर से शुरू हुई और रानी रासमणि रोड पर समाप्त हुई. इस रैली में सीटू के श्यामल चक्रवर्ती, कांग्रेस के निर्वेद राय, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य, माकपा के नेता सुजन चक्रवर्ती सहित अन्य शामिल रहे. इस जुलूस में रोजवैली, सारधा, आइकोर सहित विभिन्न चिटफंड कंपनियों के शिकार हुए निवेशक भी शामिल हुए.
रैली चिटफंड सफर्स एसोसिएशन के बैनर तले निकली. हालांकि इस रैली का उद्देश्य गैर राजनीतिक बताया गया, लेकिन इसमें वाम व कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए. इस रैली के कारण महानगर की सड़कों पर बुरी तरह जाम लग गया.
रैली में भाग लेनेवाले माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने मांग की कि करोड़ों रुपये के पोंजी घोटाले के बारे में सीबीआइ जांच में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के जिन नेताओं के नाम सामने आये हैं, उन्हें ऐसी कड़ी दंड दी जाये, ताकि फिर कोई ऐसी ठगी नहीं करे. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन इस तरह की और विरोध रैलियों की योजना बना रहा है, ताकि राज्य सरकार पर गरीब निवेशकों का धन फौरन लौटाने के लिए दबाव बनाया जा सके.
श्री चक्रवर्ती ने कहा : इस घोटाले में शामिल मंत्रियों को दंडित किया जाना चाहिए और सरकार को इन 17 लाख गरीब निवेशकों का धन तुरंत लौटाना चाहिए, जिन्हें घोटाले में शिकार बनाया गया. सारधा घोटाले में पार्टी नेताओं से पूछताछ के खिलाफ सीबीआइ के महानगर स्थित कार्यालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर श्री चक्रवर्ती ने कहा : यह महिला कार्यकर्ता उस समय कहां थीं, जब राज्य में महिलाओं का उत्पीड़न हो रहा था. वे उस समय बाहर आयीं, जब पार्टी के शीर्ष नेताओं को सीबीआइ ने तलब किया है. इससे पता चलता है कि वे धोखाधड़ी करनेवालों का समर्थन करती हैं. माकपा श्यामल चक्रवर्ती ने कहा कि सीटू की ओर से 15 सितंबर को रैली निकाली जायेगी. इस रैली में मौजूद कांग्रेस नेता समीर आइच ने भी सरकार को कोसा और निवेशकों को पैसा लौटाने की मांग की.