कोलकाता: अलीपुर इलाके के जिंदल हाउस अपार्टमेंट के बेसमेंट में अचानक आग लग गयी. आग इमारत के बेसमेंट में दोपहर 12 बजे के करीब लगी थी. तत्काल इस घटना की जानकारी दमकल विभाग में देने पर दमकल के एक के बाद एक कुल 16 गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने के काम में जुट गयी.
इधर आग की खबर पाकर स्थानीय थाने के अलावा कोलकाता पुलिस के डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप (डीएमजी) के अधिकारी मौके पर पहुंचे. तत्काल वहां आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया. इधर घटना की जानकारी पाकर दमकल मंत्री जावेद खान के अलावा नगर उन्नयन मंत्री फिरहाद हकीम के अलावा फायर विभाग के डीजी संजय मुखर्जी भी मौके पर पहुंचे.
आग से अपार्टमेंट में दहशत
इस अपार्टमेंट के नौवें तल्ले में रहने वाली अनुराधा जैन ने बताया कि ग्यारह तल्ले के इस अपार्टमेंट में कुल 40 फ्लैट हैं. प्रत्येक फ्लैट के मालिक की गाड़ी बेसमेंट में पार्क रहती है. दोपहर का समय होने के कारण अधिकतर गाड़ियां बेसमेंट से बाहर निकल चुकी थी. इसके ग्राउंड फ्लोर में एक कार कंपनी का शोरूम है. शुरुआत में उसी शोरूम में आग लगने का संदेह व्यक्त किया गया था, लेकिन दोपहर 12 बजे के करीब बेसमेंट के अंदर से धुआं निकलते देख लोगों में दहशत व्याप्त हो गया. धुआं निकलते देख अधिकतर लोग इमारत से सड़क पर बाहर आ गये. इस इमारत के बेसमेंट में एक ट्रांसफार्मर है जो गत तीन दिन से खराब पड़ा था. इसके कारण सोमवार रात को वहां जनरेटर वैन से इमारत में बिजली की सप्लाई की गयी थी. किसी तरह उसी खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर में शॉट सर्किट से आग लगी होगी इसके कारण धुआं पूरे इमारत में फैल गया.
बेसमेंट से दमकल ने धुआं निकाला बाहर
आग की खबर पाकर घटनास्थल पर पहुंचे दमकल विभाग के कर्मियों ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए सबसे पहले चार, फिर कुल 16 दमकल के इंजनों को वहां लाया गया. आग पर काबू पाने के लिए जिसने कार्रवाई भी शुरू कर दी, लेकिन बेसमेंट में धुआं भर जाने के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. इसके कारण काम करने में मुश्किलें आ रही थी. स्मोक शकर मशीन का इस्तेमाल कर धुएं को बेसमेंट से बाहर निकाला गया. धुआं बाहर निकलते ही दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया.
बेसमेंट में खड़ी चार गाड़ियां क्षतिग्रस्त
दमकल कर्मियों ने बताया कि आग लगने के समय बेसमेंट में खड़ी चार गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई है. इसमें एक गाड़ी तो पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. इधर धुएं से दो महिलाएं बीमार हो गयी थी. जिसे अस्पताल ले जाकर प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को घर लाया गया. घटना के बाद पूरे बेसमेंट के अंदर पानी भर जाने के कारण उस पानी को बाहर निकलने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ा. बिजली विभाग को ट्रांसफॉर्मर ठीक करने के लिए कहा गया है. उसी इमारत में एक फ्लैट में रहने वाली महिला आभा देगानी ने आरोप लगाया कि इमारत के बेसमेंट में आग लगने के कारण वह बच गयी, क्योंकि घटना के समय अपार्टमेंट का छत बंद था. लिहाजा अगर अपार्टमेंट के किसी फ्लोर में आग लगती तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस तरह के एक अपार्टमेंट के बेसमेंट के अंदर ट्रांसफॉर्मर लगाने पर भी सवाल खड़े किये गये है.
मंत्री ने दिया जांच का निर्देश
मौके पर पहुंच कर दमकल मंत्री जावेद खान ने जांच का निर्देश दिया है. मौके पर डीजी (फायर) संजय मुखर्जी ने बताया कि बेसमेंट में ट्रांसफॉर्मर बैठे होने की बात वे नेशनल बिल्डिंग कोड को देखकर हीं बता सकेंगे. इस कानून के मुताबिक अगर लापरवाही सामने आती है तो स्थानीय थाने में दमकल विभाग की तरफ से शिकायत दर्ज होगी.
आग से संबंध नहीं : सीइएससी
अलीपुर के जिंदल हाउस में लगी आग के संबंध में सीइएससी की ओर से यह स्पष्ट कर दिया था कि इसमें सीइएससी की बिजली आपूर्ति किसी प्रकार से जिम्मेदार नहीं है. सीइएससी अधिकारियों के अनुसार इस बिल्डिंग में सीइएससी की आपूर्ति को दो दिन पहले ही यानी रविवार रात नौ बजे ही काट दिया गया था क्योंकि उपभोक्ता के खुद के इंस्टॉलेशन में फॉल्ट देखा गया था. आग लगने के मूल कारणों की जांच फायर ब्रिगेड व अन्य संबंधित विभागों द्वारा की जा रही है.