पहले मुंगेर में निर्मित हथियार राज्य के विभिन्न जिलों में लाकर करते थे सप्लाई
राज्य में ही गुप्त तरीके से हथियार बना कर बिक्री कर रहे हैं
नये हथकंडे से मुंगेर से कोलकाता के यातायात का खर्च व पुलिस के हाथों पकड़े जाने का डर कम हो गया
कोलकाता : कोलकाता व राज्य पुलिस की तरफ से समय-समय पर महानगर समेत राज्य के विभिन्न जगहों से हथियारों के जखीरे के साथ मुंगेर गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया जाता रहा है. लेकिन अब मुंगेर गैंग के सदस्य मुंगेर में निर्मित हथियारों को मुंगेर से महानगर में लाकर सप्लाई करने की बजाय राज्य में ही गुप्त ठिकानों में मिनी हथियार फैक्टरी खोल कर यहीं से निर्मित हथियारों की सप्लाई राज्यभर में कर रहे हैं. शुक्रवार को हावड़ा के पिलखाना बाजार में मुंगेर गिरोह द्वारा चलाये जा रहे मिनी हथियार फैक्टरी फिर से एक बार इसे साबित करती है. स्ट्रैंड रोड से मुंगेर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद शहर से सटे हावड़ा में चल रहे हथियार फैक्टरी का पता एसटीएफ को चला था.
नारकेलडांगा से आठ सदस्य हो चुके हैं गिरफ्तार
कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) सूत्र बताते हैं कि पहले मुंगेर के हथियार सप्लाई गिरोह के सदस्य मुंगेर में निर्मित हथियारों को जोखिम के साथ कोलकाता लाकर इसे खरीदारों को बेचते थे. लेकिन हाल की कुछ गिरफ्तारियों से यह खुलासा हुआ कि ये अब कोलकाता व आसपास के जिलों में मुंगेर ब्रांड के हथियार बना कर इसकी सप्लाई कर रहे हैं. इसके पहले नारकेलडांगा से मोहम्मद निजाम उर्फ तेतर, मोहम्मद नौसाद, रोहित साहिल उर्फ विजय कुमार, रफीकुल शेख उर्फ मुन्ना, राहुब शेख और मोहम्मद जियाउल शेख, ताहिर शेख और जियाउद्दीन मल्लिक को गिरफ्तार किया गया था. उनसे पूछताछ के बाद पूर्व मेदिनीपुर में खोले गये मिनी हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़ करते हुए वहां से 100 अर्धनिर्मित हथियार जब्त किये गये थे.
किरायेदार ने किराये पर दिया था आरोपियों को मकान
हावड़ा : गोलाबाड़ी थाना अंतर्गत पिलखाना इलाके में अवैध हथियार कारखाने का खुलासा होने के बाद पुलिस किरायेदार शाहनवाज रहमातुल्ला से पूछताछ कर रही है. शाहनवाज के बयान में विरोधाभास है. चौंकाने वाली बात यह है कि मकान मालिक ताड़कनाथ साव ने शाहनवाज को घर किराये पर दिया है, लेकिन छापेमारी के बाद खुलासा हुआ कि शाहनवाज ने उस किराये के घर को मोहम्मद चांद नामक एक युवक को किराये पर दिया था. इसकी जानकारी मकान मालिक को भी नहीं थी. शहनवाज स्थानीय युवक है और पूर्व पार्षद का भांजा बताया जा रहा है. मकान मालिक ने कहा कि पांच साल से शहनवाज किरायेदार है, लेकिन उसने मोहम्मद चांद को घर कब किराये पर दे दिया, यह मालूम नहीं चल सका. उन्होंने कहा कि 250 रुपये के किराये पर घर दिया गया है. स्थानीय निवासी लियाकत अली ने कहा कि हथियार बनाने का काम रात 10 के बाद होता था, ताकि किसी को समझ में नहीं आये. दिनभर ये लोग घर पर रहते थे. किसी से मिलना-जुलना भी नहीं था. आश्चर्य की बात ये भी है कि ग्राउंड फ्लोर की मकान में हथियार बनाने का काम धड़ल्ले से हो रहा था और स्थानीय लोगों के साथ-साथ वहां के नेताओं को भी भनक तक नहीं लगी. कुछ दूरी पर गोलाबाड़ी थाना है, उसे भी इसकी भनक नहीं लगी. पुलिस के अनुसार, पूरे घटनाक्रम में शहनवाज की भूमिका अहम मानी जा रही है. हथियारों की खरीद-फरोख्त में शहनवाज का हाथ माना जा रहा है. बहरहाल, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
बिहार पुलिस भी कर चुकी है छापेमारी
हावड़ा में हथियार बनाने की कारखाने में छापेमारी नयी बात नहीं है. एक दौर था, जब मुंगेर में हथियार बनाये जाते थे, लेकिन बिहार पुलिस की लगातार छापेमारी से परेशान होकर मुंगेर में हथियार बनाना लगभग बंद कर दिया गया. पिछले पांच वर्षों में जिले के विभिन्न जगहों पर हथियार बनाने के कारखाने में छापेमारी की गयी है. सबसे बड़ी घटना वर्ष 2015 में हुई थी, जब बिहार पुलिस ने डोमजूर के बांकड़ा में छापामारी कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ये सभी मुंगेर के रहनेवाले थे. यहां से भारी संख्या में अर्द्ध निर्मित हथियार, लेद मशीन बरामद किया गया था. पिछले वर्ष और इस वर्ष के शुरुआत में टिकियापाड़ा के नूर मोहम्मद मुंशी लेन में भी छापेमारी हुई थी. इस छापेमारी में भी तीन गिरफ्तार हुए और भारी संख्या में अर्द्ध निर्मित हथियार, लेद मशीन बरामद किया गया था. इसके अलावा ग्रामीण हावड़ा के आमता और बागनान में भी छापा मारा गया था.
तृणमूल कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
मकान मालिक ताड़क नाथ साव के भाजपा नेता होने के कारण तृणमूल कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही है. तृणमूल कांग्रेस नेता व पूर्व पार्षद गौतम चौधरी का आरोप है कि भाजपा नेता इस पूरी घटना में शामिल हैं. चुनाव के पहले भाजपा यहां हथियार बनाने के लिए कारखाना खोल रखी थी. रविवार को इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस एक रैली निकालेगी. भाजपा नेता ताड़क नाथ साव ने कहा कि किरायेदार शहनवाज रहमातुल्ला तृणमूल कांग्रेस के एक पार्षद का भांजा है. मैंने घर किराये पर दिया है, वह भी नियम के मुताबिक. घर के अंदर क्या हो रहा है, यह पता करना मेरा काम नहीं है. पुलिस किरायेदार को पकड़े, सारे राज खुल जायेंगे.