कोलकाता : कहते हैं कि अगर मां-बाप का दायित्व बेटों की बजाए बेटियों पर होता तो वृद्धाश्रम बनाने की जरूरत नहीं होती. मगर इसे झुठलाते हुए दक्षिण 24 परगना के नरेंद्रपुर थाना अंतर्गत श्रीपुर इलाके की रहने वाली 76 वर्षीय भानुमति कर्मकार नामक वृद्धा को उसकी बेटी ने ही संपत्ति अपने नाम पर लिखवाने के बाद घर से बाहर कर दिया.
जिसकी शिकायत करने के लिए उस वृद्धा को अपने दो बेटों के साथ थाने जाना पड़ा. आरोपी बेटी का नाम हांसी कर्मकार है. वह विवाहिता है और बागुइहाटी इलाके के जांगड़ा में अपने पति संजय कर्मकार के साथ रहती है. क्या थी घटना: एक साल पहले भानुमति की बेटी ने उनकी आंख का ऑपरेशन कराने के लिए बागुइहाटी स्थित अपने घर लेकर गयी थी. जिसके बाद ही उसने विभिन्न कागजातों पर हस्ताक्षर कराने के नाम पर अपनी मां की जमीन ही अपने नाम पर ही कर ली.
हाल ही में उसके इस कारनामे का उसके भाइयों को तब पता चला जब एक प्रमोटर नरेंद्रपुर में उनकी जमीन पर नयी इमारत बनाने के लिए भानुमति व उनके पुत्रों को घर खाली करने के लिए कहने के लिए पहुंचा. तब जाकर उनलोगों को पूरी घटना की जानकारी हुई. जिसके बाद रोती-बिलखती भानुमति अपने पुत्रों के साथ थाने में पूरी घटना की रिपोर्ट लिखाने पहुंची.