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बंगाल में खुलेगी पूर्वी भारत की पहली अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला
अजय विद्यार्थी, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पूर्वी भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला शुरू होगा. शनिवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्वामी रामदेव महाराज अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला के नये सेंटर शांतिदेवी जालान इंटरनेशनल वैदिक सेंटर का उद्घाटन करेंगे. इस अवसर वेदव्यास प्रतिष्ठान, पुणे द्वारा संचालित श्री गौरांग वेद विद्यालय के प्राचार्य […]
अजय विद्यार्थी, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पूर्वी भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला शुरू होगा. शनिवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्वामी रामदेव महाराज अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला के नये सेंटर शांतिदेवी जालान इंटरनेशनल वैदिक सेंटर का उद्घाटन करेंगे.
इस अवसर वेदव्यास प्रतिष्ठान, पुणे द्वारा संचालित श्री गौरांग वेद विद्यालय के प्राचार्य आचार्य स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज और राइटर इंडिया लिमिटेड के सह अध्यक्ष सुधीर जालान सहित अन्य उपस्थित रहेंगे.
श्री गौरांग वेद विद्यालय के राष्ट्रीय व्यवस्थापक अविनाश मूरे ने प्रभात खबर को बताया कि पूरे देश में श्री गौरांग वेद विद्यालय की 34 शाखाएं हैं. इनमें राजस्थान में दो, गुजरात में दो, कच्छ में एक, मध्य प्रदेश में एक, महाराष्ट्र में 19, कर्नाटक में एक, उत्तर प्रदेश में दो, उत्तराखंड में दो, पानीपत में एक तथा अन्य हैं.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2003 से श्री दक्षिण 24 परगना के बारुली (गोविंदपुर) श्री गौरांग वेद विद्यालय है. श्री गौरांग वेद विद्यालय का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और वेद साहित्य का प्रचार-प्रसार करना है. दक्षिण 24 परगना के गोविंदपुर स्थित श्री गौरांग वेद विद्यालय के प्राचार्य रामरूप मिश्रा ने बताया कि यह आवासीय विद्यालय है. यहां 10 से 12 वर्ष के बच्चों का प्रवेश लिया जाता है.
यहां फिलहाल 51 छात्र शुक्ल यजुर्वेद की कान्व व माध्यनदेन शाखा का अध्ययन कर रहे हैं और लगभग 50 छात्र वेद का अध्ययन कर पूरे देश में वेद का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुल 51 बच्चों में ज्यादातर बिहार व झारखंड के हैं. वे कोशिश कर रहे हैं कि बंगाल के बच्चों को भी आकर्षित किया जा सके.
उन्होंने कहा कि विद्यालय में वेद के कुल चार अध्यापक और दो आधुनिक विषय जैसे कंप्यूटर, अंग्रेजी, गणित आदि के अध्यापक हैं. वैदिक विषयों के अध्यापक व छात्र विद्यालय परिसर में ही रहते हैं.
उन्होंने कहा कि शनिवार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तथा स्वामी रामदेव महाराज अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला के नये सेंटर शांतिदेवी जालान इंटरनेशनल वैदिक सेंटर का उद्घाटन करेंगे. अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला में विद्यालय में देश के अन्य श्री गौरांग वेद विद्यालयों में उत्तीर्ण छात्रों को प्रवेश दिया जायेगा. यह तीन वर्ष का पाठ्यक्रम होगा और आरंभ में 15 छात्रों की पढ़ाई शुरू की जायेगी.
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वैदिक पाठशाला का उद्देश्य वेद के प्रवीण ऐसे विद्वान को तैयार करना है, जो विदेशों में वेद के ज्ञान, वैदिक अनुष्ठान, संगीत, साहित्य आदि का प्रचार-प्रसार कर सकें. उन्होंने कहा कि इन छात्रों को संस्कृत में वेद के साथ-साथ अंग्रेजी और कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जाती है, ताकि वे आधुनिक युग के साथ कदम में कदम मिला कर चल सकें.
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