कोलकाता : पुरुलिया में भाजपा कार्यकर्ता के बेटे की हत्या से बिफरे भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि वह हत्या की राजनीति बंद करे वर्ना भाजपा पलटवार करना जानती है.उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने पलटवार किया तो तृणमूल कांग्रेस के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो जायेगा, क्योंकि भाजपा गांधीवादी नहीं है.
वह डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शों पर चलती है. जहां उसको सिखाया गया है कि अन्याय का प्रतिरोध करना ही धर्म है. अब अगर लगातार हिंसा की राजनीति होती रही तो भाजपा को भी अपना रास्ता पकड़ना पड़ेगा.
भाजपा हिंसा की राजनीति में यकीन नहीं करती, लेकिन भाजपा आत्मरक्षा करना जानती है. ऐसे में अगर कोई अप्रिय वारदात होती है तो उसकी जिम्मेवारी राज्य सरकार की ही होगी.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुरुलिया के बलरामपुर में भाजपा कार्यकर्ता के बेटे त्रिलोचन महतो की हत्या हुई है. उसी तरह से त्रिपुरा में मधु दे की हत्या हुई थी.
माकपा के कैडरों ने मधु दे की हत्या कर उनके गर्दन में रस्सी का फांस लगा कर पेड़ पर टांग दिया था. इसका त्रिपुरा में चौतरफा विरोध हुआ. वहां कि जनता ने इसका प्रतिशोध चुनाव में माकपा को हटा कर लिया. वही हालात पश्चिम बंगाल में दिख रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि जंगलमहल को नक्सलियों से मुक्त करा लिया गया है. जंगलमहल हंस रहा है. वहां के लोग तृणमूल कांग्रेस के विकास में हंसते हुए शामिल हो रहे है. ऐसे में वहां पर जब पंचायत चुनाव का नतीजा आया तो हिंसा और पुलिस दमन के बावजूद लोगों ने तृणमूल कांग्रेस के विरोध में मतदान किया.
इससे बौखला कर तृणमूल कांग्रेस के लोग जंगल महल को विरोधी मुक्त करना चाहते हैं. इसके लिए वह लोग खुल कर हिंसा का रास्ता अपना रहे हैं. इस पर सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि यही बंगाल का विकास है और बंगाल का लोकतंत्र है. जंगल महल में तृणमूल कांग्रेस हिंसा के दम पर लोगों की राय बदलने की कोशिश कर रही है. इसके खिलाफ लोग लामबंद हो रहे हैं.
इसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि जंगलमहल में तृणमूल कांग्रेस हिंसा का रास्ता अपना ली है. इसका प्रमाण त्रिलोचन महतो की हत्या है. अगर राज्य सरकार में दम है तो वह इस हत्याकांड की सीबीआई जांच करा ले, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये.
योगी आदित्यनाथ से मिले मुकुल
कोलकाता. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल राय ने मुलाकात की. इस दौरान उनकी आधे घंटे तक बैठक चली. हालांकि दोनों नेताओं ने इस बैठक को औपचारिक मुलाकात बताया. जानकारी के मुताबिक, बैठक में योगी आदित्यनाथ ने बंगाल की राजनीति और यहां की जमीनी हकीकत की जानकारी ली है.
उल्लेखनीय है कि जब मुकुल राय केंद्र में रेल मंत्री थे, उस वक्त गोरखपुर के सांसद आदित्यनाथ को उन्होंने रेलवे के विभिन्न कमेटियों में रखा था. उस वक्त से दोनों के बीच मधुर संबंध बने थे, जो अभी तक कायम हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ के साथ मुकुल की यह पहली मुलाकात थी. मुकुल ने उनको पश्चिम बंगाल आने का न्योता दिया, जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया है. मुकुल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बताया कि मुख्यमंत्री के रूप में ममता ने कई ऐसे फैसले लिये हैं, जिससे राज्य की हिंदू आबादी नाराज है.