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नजीर पेश करनेवाली चमराइल पंचायत को नवाजा
हावड़ा : बाली-जगाछा ब्लाॅक के अंतर्गत चमराइल ग्राम पंचायत केंद्र सरकार से पुरस्कृत हुई है. हालांकि दक्षिण 24 परगना के दिगंबरपुर ग्राम पंचायत ने पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. दिगंबरपुर के अलावा राज्य की चार ग्राम पंचायत भी पुरस्कृत हुई हैं, जिसमें चमराइल ग्राम पंचायत भी शामिल है. प्रधान श्यामली राय ने […]
हावड़ा : बाली-जगाछा ब्लाॅक के अंतर्गत चमराइल ग्राम पंचायत केंद्र सरकार से पुरस्कृत हुई है. हालांकि दक्षिण 24 परगना के दिगंबरपुर ग्राम पंचायत ने पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. दिगंबरपुर के अलावा राज्य की चार ग्राम पंचायत भी पुरस्कृत हुई हैं, जिसमें चमराइल ग्राम पंचायत भी शामिल है.
प्रधान श्यामली राय ने कहा कि समुचित योजना आैर सही निष्पादन के कारण ही हमारी ग्राम पंचायत को पुरस्कार से नवाजा गया है. यह गर्व की बात है. इसके लिए मेरी पूरी टीम को बधाई. पूरे राज्य में 3394 ग्राम पंचायत हैं. इनमें पुरस्कार हासिल करना मन को सुकुन देनेवाली बात है.
फंड का हुआ उचित निष्पादन :
प्रधान श्यामली राय ने कहा कि वर्ष 2017-18 में केंद्र सरकार की ओर से दो फेज में 49 लाख रुपये मिले थे. 2016-17 में 28 लाख दिये गये थे. केंद्र सरकार की ओर से दी गयी इस राशि से पूरे ग्राम पंचायत के अंतर्गत आनेवाले 17 गांवों में विकास कार्य किये गये हैं. फंड का सही उपयोग किया गया है. वामो जमाने में यहां की हालत बेहद खराब थी, लेकिन पिछले तीन से चार वर्षों में काफी काम हुआ है. आज हालात पहले से बेहतर है.
दूर होगी जल-जमाव की समस्या:
चमराइल ग्राम पंचायत में जलजमाव शुरू से एक बड़ी समस्या है. बारिश के दिनों में घुटने पर पानी का जमना आम बात है. इस समस्या से 60 प्रतिशत से अधिक तक निजात पा लिया गया है. कई सड़कों की ऊंचाई को तीन से चार फीट तक बढ़ाया गया है, ताकि सड़क पर पानी नहीं लगे. ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने की पूरी तैयारी की जा रही है. नालों को खालों से कैसे जोड़ा जाये, इसके लिए एक प्लानिंग की गयी है. बहुत जल्द यहां के लोगों को इस समस्या से मुक्ति मिल जायेगी.
151 करोड़ की लागत से बन रहा है पंपिग स्टेशन
प्रधान ने कहा कि जलजमाव के बाद पेयजल दूसरी समस्या है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इस समस्या का निपटारा किया गया है, लेकिन मीठे पानी का अभाव है. प्रत्येक गांवों में पांच से अधिक हैंडपंप लगाये गये हैं. विधायक फंड से 151 करोड़ की लागत से पंपिग स्टेशन बनाया जा रहा है. यह बनते ही बाली-जगाछा ब्लाक के अंतर्गत आनेवाली कई ग्राम पंचायतों को मीठा पानी मिलना शुरू हो जायेगा. काम शुरू हो चुका है. अगले आठ महीने के अंदर काम पूरा हो जायेगा.
मिट्टी की सड़कें हुईं कंक्रीट की
करीब सभी गांवों की अधिकतर सड़कें मिट्टी की थीं. बारिश के दिनों में क्या स्थिति होती थी, यह बताना मुश्किल है. धीरे-धीरे काम शुरू हुआ. कच्ची सड़कों को पक्का बनाया गया. साथ ही एक सड़क को दूसरी से जोड़ा गया. अभी 17 गांवों में एक भी कच्ची सड़क नहीं है. चमराइल, खालिया, एक्सरा के अलावा सभी पल्ली इलाकों में सड़कों को पक्का कर दिया गया है.
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