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पंचायत चुनाव: आयोग ने सोमवार को नामांकन का दिया मौका

कोलकाता : हाइकोर्ट के निर्देशों के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन की मोहलत दी है. प्रत्याशी सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं. शनिवार देर शाम इस संबंध में आयोग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी. आयोग की ओर से […]

कोलकाता : हाइकोर्ट के निर्देशों के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन की मोहलत दी है. प्रत्याशी सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं. शनिवार देर शाम इस संबंध में आयोग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी.
आयोग की ओर से बताया गया है कि 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी. 28 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकते हैं. अभी मतदान की तिथि की घोषणा नहीं की गयी है. इससे पहले शनिवार को राज्य चुनाव आयुक्त एके सिंह ने सर्वदलीय बैठक की.
गौरतलब है कि कलकत्ता हाइकोर्ट की एकल पीठ ने राज्य चुनाव आयोग की गत 10 अप्रैल की अधिसूचना को खारिज कर दिया था, जिसमें आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक दिन का अतिरिक्त समय देने के फैसले को वापस ले लिया था.
राज्य चुनाव आयुक्त ने पंचायत चुनाव की तिथि निर्धारण को लेकर शनिवार को प्रत्येक दल के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग बैठक की. बैठक में माकपा, भाकपा, पीडीएस, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस समेत अन्य दलों ने हिस्सा लिया.
अपराह्न मुकुल राय के नेतृत्व में भाजपा का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी राज्य चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उन्हेें रोक दिया. सूत्रों के अनुसार पुलिस की ओर से कहा गया कि राज्य चुनाव आयोग की ओर से बैठक के लिए प्रत्येक दल के दो प्रतिनिधियों को ही अंदर जाने की अनुमति देने की बात कही गयी है.
इस मसले को लेकर भाजपा नेताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस भी हुई, जिसके बाद भाजपा का प्रतिनिधिमंडल वापस लौट गया. बाद में भाजपा का दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राज्य चुनाव आयुक्त से मिला.
शनिवार को ही राज्य सरकार के प्रतिनिधि सौरभ दास भी राज्य चुनाव आयुक्त से मिले. बैठक के बाद संवाददाताओं को उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर उन्होंने राज्य सरकार के विचारों को आयोग के सामने रखा है. नामांकन सोमवार को दाखिल कराने में राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं है. सूत्रों के अनुसार, मतदान की तिथि को लेकर बातचीत नहीं हो पायी है. इसे लेकर सोमवार को फिर बैठक हो सकती है.
राज्य निर्वाचन आयोग से क्या कहा राजनीतिक दलों ने
तृणमूल कांग्रेस की ओर से शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व वरिष्ठ नेता सुब्रत बक्शी राज्य चुनाव आयुक्त से मिले. बैठक के बाद संवाददाताओं से मुखातिब पार्थ चटर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से राज्य चुनाव आयोग को कहा गया है कि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो. तृणमूल कांग्रेस नहीं चाहती है कि मतदान भीषण गरमी और वर्षाकाल में हो.
उनकी पार्टी नहीं चाहती है कि मतदान रमजान महीने में हो. उन्होंने राज्य चुनाव आयोग के समक्ष कहा है कि तृणमूल कांग्रेस पंचायत चुनाव की पूरी प्रक्रिया रमजान महीने के शुरू होने से पहले ही समाप्त करने के पक्ष में है.
सुरक्षा सुनिश्चित करे आयोग: भाजपा
देर शाम भाजपा नेता मुकुल राय व प्रताप बनर्जी ने राज्य चुनाव आयुक्त से मिलकर अपनी बात रखी. मुकुल राय ने बताया कि उन्होंने चुनाव आयोग से कहा है कि आप चुनाव कभी भी करा सकते हैं. हमें कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सुरक्षा प्रदान करें.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक ही दिन में चुनाव संपन्न कराना चाहती है. इस पर भाजपा ने कहा कि अगर राज्य के 58 हजार बूथों पर पुलिस की व्यवस्था करने में अगर आयोग सक्षम है, तो वह करे.अगर नहीं, तो वह बाहर से पुलिस या फिर केंद्रीय बल बुलाये.
हिंसक घटनाएं फिर न हो: माकपा
बैठक के बाद माकपा के वरिष्ठ नेता रॉबिन देव ने कहा कि उन्होंने राज्य चुनाव आयुक्त से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि उनके दल के जिन उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोका गया था, उस मामले में आयोग की ओर से कार्रवाई की जाये. राज्य चुनाव आयोग नामांकन पत्र दाखिल करने की तिथि, मतदान की तारीख की घोषणा करे लेकिन जल्दबाजी में नहीं.
इस बार नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों पर हमले की घटनाएं न हो, पहले यह सुनिश्चित करना होगा.
साथ ही नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद उम्मीदवारों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी भी आयोग को लेनी होगी. यदि पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के दौरान पुलिसकर्मियों की कथित निष्क्रियता और हिं‍सा की घटनाएं जारी रहीं तो माकपा फिर अदालत की ओर रूख कर सकती है.
केंद्रीय बलों की हो तैनाती: कांग्रेस
कांग्रेस की तरफ से प्रदीप भट्टाचार्य और अकरूजमां बैठक का हिस्सा बने थे. उनकी ओर से बताया गया कि प्रदेश कांग्रेस ने मांग की गयी है कि नामांकन पत्र दाखिल करने को केंद्र कर हिंसा की घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो, यह राज्य चुनाव आयोग सुनिश्चित करे. साथ ही उनकी पार्टी ने मतदान के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है. पीडीएस की ओर से समीर पुततुंडू ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करने की तिथि का निर्धारण शनिवार से नौ दिनों बाद किये जाने की मांग की गयी है.
व पंचायत चुनाव की पूरी प्रक्रिया रमजान महीने के शुरू होने के पहले समाप्त कर लेने की मांग की गयी है. साथ ही पार्टी की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए दो दिन का वक्त दिये जाने पर भी जोर दिया गया है.

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