Advertisement
सिटी पुलिस मुर्दाघर में विसरा सैंपल हो रहा बर्बाद
मुर्दाघर की हालत दयनीय पिछले सात महीनों से चारों एसी खराब पड़े हैं हावड़ा : हावड़ा सिटी पुलिस मुर्दाघर में रखा विसरा सैंपल नष्ट हो रहा है. मुर्दाघर में सुविधाओं के अभाव के कारण कई महत्वपूर्ण मामलों के विसरा सैंपल बर्बाद हो रहे हैं. मुर्दाघर की हालत दयनीय स्थिति में हैं. पिछले सात महीनों से […]
मुर्दाघर की हालत दयनीय
पिछले सात महीनों से चारों एसी खराब पड़े हैं
हावड़ा : हावड़ा सिटी पुलिस मुर्दाघर में रखा विसरा सैंपल नष्ट हो रहा है. मुर्दाघर में सुविधाओं के अभाव के कारण कई महत्वपूर्ण मामलों के विसरा सैंपल बर्बाद हो रहे हैं.
मुर्दाघर की हालत दयनीय स्थिति में हैं. पिछले सात महीनों से यहां के चारों एसी खराब पड़े हुए हैं. जिस कमरे में विसरा सैंपल को रखा गया है, वहां पानी के गिरने से ये सैंपल बर्बाद हो रहे हैं. जिस कंटेनर के अंदर सैंपल को रखा गया है, उस कंटेनर में लगा डिटेल्स मिट चुका है. विसरा सैंपल कुछ अस्वाभाविक मौत के मामले में बहुत कारगर साबित होता है. विसरा सैंपल के नष्ट होने पर ऑटोसपी सर्जन (पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर) ने नाराजगी जाहिर की है.
क्या है विसरा जांच
जब भी किसी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत होती है तो, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के साथ-साथ कई बार विसरा जांच की जाती है. आमतौर पर विसरा जांच की जरूरत नहीं होती है लेकिन मृत शरीर को देखने के बाद अगर मौत संदिग्ध लगे, तब विसरा की जांच की जाती है.
शव अगर नीला पड़ गया हो, जीभ, आंख और नाखून भी नीला पड़ा हुआ हो या मुंह से झाग आदि निकलने के निशान हों, तो जहर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ऐसी स्थिति में पोस्टमॉर्टम के बाद डेड बॉडी से विसरा प्रिजर्व किया जाता है. विसरा प्रिजर्व करने के दौरान शव से लीवर, स्प्लीन और किडनी का पार्ट रखा जाता है. साथ ही शरीर में मौजूद फ्लूड आदि को प्रिजर्व किया जाता है.
पुलिस अधिकारी को लगता है कि विसरा प्रिजर्व करने की जरूरत है, तो हॉस्पिटल के टॉक्सिकोलॉजिकल डिपार्टमेंट द्वारा विसरा प्रिजर्व किया जाता है और फिर उसे जांच के लिए लैब भेजा जाता है. आमतौर पर रिपोर्ट तैयार करने में तीन हफ्ते का वक्त लगता है, लेकिन लैब की कमी और बड़ी संख्या में सैंपल होने के कारण रिपोर्ट आने में छह महीने भी लग जाते हैं. विसरा रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि मौत जहर से हुई है या नहीं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement