कोलकाता: पश्चिम बंगाल में माकपा के खेमे में बड़े नेताओं की कोई कमी नहीं है, पर अधिक उम्र व खराब सेहत के कारण माकपा के अधिकतर हेवीवेट नेता चुनाव प्रचार में अधिक सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं.
राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य अब भी माकपा के मुख्य चेहरा हैं, पर उनकी सेहत उन्हें अत्यधिक सफर करने की इजाजत नहीं दे रही है. इसलिए वह गिनी-चुनी सभाओं में ही हिस्सा लेते हैं. पूर्व उद्योग मंत्री निरुपम सेन तो पूरी तरह बिस्तर पकड़ चुके हैं.
पूर्व आवासन मंत्री गौतम देव की हालत भी ठीक नहीं है. ऐसे में सूर्यकांत मिश्र व विमान बसु के ही कंधों पर माकपा व वाम मोरचा की जिम्मेदारी आन पड़ी है. पर चुनाव प्रचार में यह दोनों नेता लोगों के लिए अधिक आकर्षित कर पा रहे हैं.
ऐसे में पार्टी अब त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक सरकार को अपना स्टार प्रचारक के रूप में इस्तेमाल कर रही है. वैसे तो राज्य में होने वाले चुनावों में श्री सरकार अक्सर माकपा के लिए प्रचार में शामिल होते रहे हैं. पर इस बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री को पार्टी ने अधिक सक्रिय कर दिया है. विशेष रूप से बंगाल के ग्रामीण इलाकों में मानिक सरकार ही माकपा के स्टार प्रचारक की भूमिका में नजर आ रहे हैं. त्रिपुरा में मानिक सरकार की हुकूमत को मिल रही कामयाबी व वहां दल की मजबूत स्थिति को माकपा बंगाल में भी कैश करना चाह रही है. इसके लिए मानिक सरकार से अच्छा विकल्प पार्टी के पास और कुछ भी नहीं है. अब देखना यह है कि त्रिपुरा में कई वर्षो से माकपा की गाड़ी को खींच रहे मानिक सरकार का जादू बंगाल पर भी चलता है या नहीं.