विधानसभा. पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा (संशोधन) विधेयक, 2017 पर बोले शिक्षा मंत्री
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राज्य में शीघ्र शुरू होगी पास-फेल प्रथा
विधानसभा. पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा (संशोधन) विधेयक, 2017 पर बोले शिक्षा मंत्री भाषाई स्कूलों की संख्या की कमी पर जतायी चिंता शिक्षकों को दिया जायेगा प्रशिक्षण कोलकाता : राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने संकेत दिया कि स्कूलों में शीघ्र ही पास-फेल प्रथा शुरू की जायेगी. हालांकि इस बाबत कोई भी फैसला राज्य की […]
भाषाई स्कूलों की संख्या की कमी पर जतायी चिंता
शिक्षकों को दिया जायेगा प्रशिक्षण
कोलकाता : राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने संकेत दिया कि स्कूलों में शीघ्र ही पास-फेल प्रथा शुरू की जायेगी. हालांकि इस बाबत कोई भी फैसला राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व शिक्षाविदों की सलाह के बाद लिया जायेगा. श्री चटर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा में पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा (संशोधन) विधेयक, 2017 पर जवाब देते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि किस क्लास से पास-फेल प्रथा शुरू होगी. यह विचार-विमर्श के बाद तय किया जायेगा. सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार अगले शिक्षा वर्ष से पांचवीं कक्षा से पास-फेल शुरू करना चाहती है.
भाषाई स्कूलों की घटती संख्या पर जतायी चिंता
श्री चटर्जी ने कहा कि राज्य के भाषाई स्कूलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है. इन स्कूलों में छात्रों की संख्या भी लगातार घट रही है. सरकार चाहती है कि बांग्ला, हिंदी, नेपाली के साथ-साथ बच्चों को अंग्रेजी भाषा भी सिखायी जाये. इसके लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसमें शिक्षकों को प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं से भी मदद ली जायेगी. उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों में 72000 शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है तथा पारा शिक्षकों की संख्या 70 हजार से घट कर 42 हजार हो गयी है. राज्य सरकार शिक्षकों की नियुक्ति करना चाहती है, लेकिन विरोधी दल द्वारा उच्च न्यायालय में मामला दायर कर बाधा उत्पन्न करने की लगातार कोशिश की जा रही है.
स्कूलों का किया जायेगा सौंदर्यीकरण : मंत्री ने कहा कि स्कूलों की रंगाई की जायेगी तथा जिन स्कूलों में टॉयलेट नहीं हैं. वहां टॉयलेट बनाये जायेंगे.
एसयूसीआइ ने की सराहना: एसयूसीआइ के प्रदेश सचिव सोमेन बसु ने एक बयान में पास-फेल प्रथा शुरू करने की राज्य सरकार की पहल की सराहना की.
जारी बयान में पार्टी के प्रदेश सचिव ने कहा कि राज्य में पूर्ववर्ती वाममोरचा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान स्कूलों में पास-फेल प्रथा को बंद कर दिया गया था. इसके बाद से ही स्कूलों में पास-फेल प्रथा शुरू किये जाने की मांग पर एसयूसीआइ आंदोलनरत है. गत 17 जुलाई को उपरोक्त मांग को राज्य में 12 घंटे बंद का आह्वान किया गया था. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की ओर से स्कूलों में पास-फेल प्रथा जल्द शुरू किये जाने को लेकर संकेत दिया गया है. हालांकि आधिकारिक रूप से यह फैसला राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व शिक्षाविदों की सलाह के बाद लिया जायेगा.
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